Faf du Plessis Appointed Vice-Captain of DC : आईपीएल 2025 का आगाज 22 मार्च से होने जा रहा है। इस मेगा इवेंट के 18वें सीजन की शुरुआत होने में कुछ ही दिन का वक्त बचा है। इस बार सभी टीमें खिताब की तरफ देख रही है और इसी दिशा में जोरदार तैयारियों में जुटी हैं। आईपीएल के इस सीजन का आगाज होने से कुछ ही दिन पहले दिल्ली कैपिटल्स की टीम ने अपने उपकप्तान का ऐलान कर लिया है।सोमवार को दिल्ली कैपिटल्स ने अपनी टीम के लिए इस सीजन उप कप्तानी पर फैसला करते हुए दक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज फाफ डू प्लेसिस को चुना है। डू प्लेसिस अब इस सत्र में अक्षर पटेल के साथ ही लीडरशिप का हिस्सा होंगे। लेकिन इस खिलाड़ी को उप कप्तानी सौंपकर दिल्ली कैपिटल्स ने गलती कर दी है। चलिए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं वो 3 कारण क्यों दिल्ली कैपिटल्स के द्वारा फाफ डू प्लेसिस को उप कप्तान बनाना है गलत फैसला।3.मौजूदा फॉर्म से लीडरशिप रोल पर बढ़ेगा दबावदक्षिण अफ्रीका के दिग्गज बल्लेबाज रहे फाफ डू प्लेसिस ने आरसीबी के लिए आईपीएल के पिछले 3 सीजन में कमाल का प्रदर्शन किया था। जहां उनके बल्ले से खूब रन निकले। लेकिन इस साल उनका प्रदर्शन ठंडा दिख रहा है। वो हाल ही में अपने देश में हुए SA20 लीग में कुछ खास कमाल नहीं कर सके और 28 के करीब की औसत से 11 पारियों में 286 रन ही बना सके। इस खराब फॉर्म के साथ डू प्लेसिस पर भरोसा व्यक्त करना हैरान कर रहा है।2.उपकप्तानी देने से हर मैच में खिलाने का दबावदिल्ली कैपिटल्स की टीम में विदेशी खिलाड़ियों में कई बेहतरीन नाम हैं। इसमें ओपनिंग के लिए जेक फ्रेसर-मैक्गर्क के साथ ही बीच में ट्रिस्टन स्टब्स, डोनोवेन फेरेरा भी हैं। ऐसे में अब फाफ डू प्लेसिस को कप्तानी दिए जाने के बाद उन्हें मजबूरन हर मैच में खिलाना होगा। अगर प्लेसिस अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं फिर भी उन्हें खिलाना पड़ेगा तो ये दिल्ली कैपिटल्स को नुकसान कर सकता है।1.फाफ डू प्लेसिस नहीं हैं लॉन्ग टर्म ऑप्शनफाफ डू प्लेसिस वो खिलाड़ी हैं जिन्हें अनुभव की कोई कमी नहीं हैं। इस खिलाड़ी के पास अपार अनुभव तो है। लेकिन वो अब अपने करियर के आखिरी पड़ाव पर हैं। जहां वो 40 की उम्र पार कर चुके हैं। ऐसे में फाफ डू प्लेसिस लीडरशिप में लॉंग टर्म ऑप्शन नहीं थे। उनकी जगह किसी युवा खिलाड़ी को उपकप्तानी सौंपकर उसे तैयार किया जा सकता था। लेकिन दिल्ली कैपिटल्स ने ये बड़ी गलती कर दी।