Why Should Ishan Kishan should be Dropped: आईपीएल के 18वें एडिशन में एक से एक युवा खिलाड़ी अपनी चमक बिखेर रहे हैं। इस मेगा इवेंट में कुछ बल्लेबाजों ने अपने प्रदर्शन से खास प्रभावित किया है। जिसमें एक नाम ईशान किशन का भी माना जा रहा था। सनराइजर्स हैदराबाद के इस स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज ने इस सीजन की धमेकादार अंदाज में शुरुआत की थी। जिसके बाद उनसे काफी उम्मीदें की जा रही थी।लेकिन इसके बाद ईशान किशन का बल्ला ऐसा रूठ गया है कि वापसी का नाम नहीं ले रहा है। सनराइजर्स हैदराबाद और गुजरात टाइटंस के बीच हैदराबाद में खेले जा रहे मैच में ईशान किशन 14 गेंद में 17 रन बनाकर चलते बने। ये युवा भारतीय बल्लेबाज शतक के बाद तो लगातार टीम पर भार बनता जा रहा है। तो चलिए इस आर्टिकल में आपको बताते हैं वो 3 कारण क्यों ईशान किशन को अब आने वाले मैचों में सनराइजर्स हैदराबाद की प्लेइंग-11 से बाहर कर देना चाहिए।3.सचिन बेबी और अभिनव मनोहर जैसे बल्लेबाजों को मिल सके मौकाआईपीएल के इस सीजन में ईशान किशन सनराइजर्स हैदराबाद की बल्लेबाजी की जान हैं। लेकिन वो अगर खराब खेलते जा रहे हैं और फिर भी उन्हें मौका देना बाकी बाहर बैठे बल्लेबाजों के लिए अच्छा नही हैं। ईशान की वजह से इस सीजन में सचिन बेबी और अभिनव मनोहर को मौके नहीं मिल पा रहे हैं। ऐसे में अगर ईशान को बाहर करते हैं तो सचिन बेबी और अभिनव मनोहर जैसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों को पूरा मौका मिलेगा और वो अपने आप को साबित करेंगे।2.हेनरिक क्लासेन को किया जा सके बल्लेबाजी में प्रमोटऑरेंज आर्मी के लिए खूंखार बल्लेबाज माने जाने वाले हेनरिक क्लासेन को इस सीजन में नीचे आना पड़ रहा है। वो बल्लेबाजी के लिए 5वें नंबर पर आ रहे हैं। इस टीम के प्रमुख बल्लेबाजों में से एक होने की वजह से उन्हें ऊपर आना बनता है। अगर ईशान किशन को टीम से बाहर किया जाता है। तो हेनरिक क्लासेन पिछले सीजन की तरह अपने फेवरेट नंबर-4 पर आ सकते हैं। जिससे टीम को ही फायदा होगा।1.ईशान किशन का खराब फॉर्मसनराइजर्स हैदराबाद के लिए ईशान किशन ने अपने पहले ही मैच में तूफानी शतक लगाया और फैंस के चहेते बन गए। इसके बाद तो उनसे बड़े कारनामें की उम्मीद थी। लेकिन इसके बाद किशन का बल्ला पूरी तरह से खामोश है। वो पिछली 4 पारियों में सिर्फ 21 रन बना सके हैं। वो अब तक 106 नाबाद पारी के बाद 0, 2,2 और 17 रन सहित कुल 5 पारी में 127 रन ही जोड़ सके हैं। उनकी आखिरी की 4 पारीयों के प्रदर्शन को देखते हुए तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा देना चाहिए।