Why MS Dhoni Become CSK Captain Again Wrong Move : आईपीएल 2025 के बीच चेन्नई सुपर किंग्स टीम में बड़ा बदलाव हुआ है। कप्तान रुतुराज गायकवाड़ इंजरी की वजह से पूरे टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं। चेन्नई सुपर किंग्स के हेड कोच स्टीफन फ्लेमिंग ने बताया कि रुतुराज गायकवाड़ को एल्बो में दिक्कत है और इसी वजह से वो अब टूर्नामेंट के बाकी बचे मैचों में नहीं खेल पाएंगे। अब गायकवाड़ की जगह एम एस धोनी को एक बार फिर से चेन्नई सुपर किंग्स का कप्तान बना दिया गया है। धोनी को कप्तान बनाने से काफी सारे फैंस काफी खुश हैं।
हालांकि हम आपको बताते हैं कि क्यों एम एस धोनी को चेन्नई सुपर किंग्स का कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए था।
3.बल्लेबाजी में नहीं रहा वो दमखम
एम एस धोनी भले ही अभी काफी चौके-छक्के लगा रहे हैं लेकिन अब उनकी बैटिंग पहले जैसी नहीं रही। धोनी क्रीज पर आकर थोड़ा टाइम लेते हैं और तब तक मैच हाथ से निकल जाता है। इस बार कई मैचों में ऐसा देखने को मिला है। धोनी अब पहले की तरह मैच फिनिश नहीं कर पाते हैं। ऐसे में उन्हें कप्तान बनाने के बाद प्लेइंग इलेवन में उन्हें शामिल करना मजबूरी होगी और इसका नुकसान सीएसके को उठाना पड़ सकता है।
2.ज्यादा उम्र का असर
इस बात में कोई शक नहीं है कि एम एस धोनी ना केवल आईपीएल बल्कि इंटरनेशनल लेवल पर सबसे सफल कप्तानों में से एक रहे हैं। धोनी की कप्तानी में ही सीएसके ने पांच बार आईपीएल की ट्रॉफी जीती थी। हालांकि अब एम एस धोनी 43 साल के हो चुके हैं और इस उम्र में उन्हें दोबारा कप्तान बनाना किसी भी लिहाज से सही फैसला नहीं है। रिटायरमेंट के करीब खड़े धोनी को दोबारा कप्तान नहीं बनाया जाना चाहिए था।
1.किसी युवा को कप्तान बनाकर आगे के लिए तैयार किया जा सकता था
एम एस धोनी की जगह अगर किसी युवा खिलाड़ी को कप्तान बनाया जाता तो फिर ज्यादा सही फैसला होता। चेन्नई सुपर किंग्स में कई प्लेयर ऐसे हैं जिन्हें कप्तान अगर बनाया जाता तो फिर वो आगे के लिए तैयार हो जाते। इससे गायकवाड़ का रिप्लेसमेंट तैयार करने का भी मौका मिल जाता जो सीएसके ने गंवा दिया है।