पूर्व क्रिकेटर आकाश चोपड़ा (Aakash Chopra) ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (World Test Championship) के फॉर्मेट को लेकर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि आईसीसी (ICC) ने इसी फॉर्मेट को बरकरार रखने का जो फैसला लिया है वो गलत है।आईसीसी ने 2024 से लेकर 2031 तक के सभी टूर्नामेंट्स का ऐलान कर दिया है। इस दौरान चार वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल भी खेले जाएंगे। हर दो साल पर फाइनल मुकाबला खेला जाएगा।ये भी पढ़ें: टेस्ट मैचों में सबसे ज्यादा मैन ऑफ द सीरीज जीतने वाले 3 भारतीय खिलाड़ीICC announces expansion of global events in Cycle 2023-2031ICC World Test Championship Finals will be hosted in 2025, 2027, 2029 and 2031— Pls wear Mask😷 follow the protocols (@Kavin4103) June 1, 2021अपने यू-ट्यूब चैनल पर आकाश चोपड़ा ने कहा कि आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के इसी फॉर्मेट को बरकरार रखने का फैसला किया है। जबकि इस फॉर्मेट की काफी आलोचना हुई थी। उन्होंने कहा,वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप इसी शेप में चलता रहेगा। हर दूसरे साल पर आपको वर्ल्ड टेस्ट की चैंपियन टीम मिल जाएगी। ऐसा लगा कि ये फॉर्मेट सफल नहीं है लेकिन आईसीसी ने उसी तरह से इस टूर्नामेंट के आयोजन का फैसला किया है।आईसीसी ने वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की कमियों की तरफ ध्यान नहीं दिया - आकाश चोपड़ाआकाश चोपड़ा के मुताबिक आईसीसी ने शायद इस चैंपियनशिप की सारी कमियों को नजर अंदाज कर दिया है जिसका जिक्र कई क्रिकेट एक्सपर्ट्स ने किया था। उन्होंने कहा,अभी के लिए यही कहा गया है कि उतनी ही टीमें खेलेंगी और उतनी ही सीरीज होगी। तीन घर पर और तीन बाहर सीरीज का आयोजन होगा। शायद जो कमियां इस वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के प्रारूप में थीं उसे दूर करने की कोशिश नहीं की गई है।आपको बता दें कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के पहले संस्करण का फाइनल मुकाबला भारत और न्यूजीलैंड के बीच 18 जून से खेला जाएगा। कई दिग्गजों ने इस चैंपियनशिप के फॉर्मेट को लेकर सवाल उठाए थे।ये भी पढ़ें: वनडे क्रिकेट इतिहास में सबसे ज्यादा गेंद फेंकने वाले टॉप 3 गेंदबाज