इंग्लैंड की रोटेशन पॉलिसी की भले ही कुछ खिलाड़ियों ने आलोचना की हो लेकिन दिग्गज तेज गेंदबाज डेल स्टेन (Dale Steyn) इस राय से इत्तेफाक नहीं रखते हैं। उनके मुताबिक रोटेशन पॉलिसी की वजह से इंग्लैंड से काफी जबरदस्त क्रिकेटर निकल रहे हैं।इंग्लैंड के लिए ये साल काफी व्यस्त रहने वाला है। इसी वजह से खिलाड़ियों को बायो-बबल में भी रहना पड़ेगा और इंग्लिश टीम मैनेजमेंट ने रोटेशन पॉलिसी अपनाई है, ताकि खिलाड़ी मानसिक रूप से तरोताजा रहें।रोटेशन पॉलिसी की वजह से ही जोस बटलर भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मुकाबला खेलकर वापस इंग्लैंड लौट चुके हैं। वहीं जॉनी बेयरेस्टो पहले दो मुकाबलों में नहीं खेल पाए थे और तीसरे मैच से उपलब्ध रहेंगे। कई क्रिकेट एक्सपर्ट ने इंग्लैंड की इस रणनीति पर सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि बल्लेबाज या फिर विकेटकीपर को रोटेट करने की जरुरत नहीं है।ये भी पढ़ें: 3 दिग्गज खिलाड़ी जिन्हें आईपीएल नीलामी में खरीदकर शायद उनकी टीमों ने गलती कर दी हैडेल स्टेन ने इंग्लैंड की रोटेशन पॉलिसी को बताया सहीवहीं डेल स्टेन का मानना है कि इससे इंग्लैंड की टीम को काफी फायदा होगा। स्टेन ने ट्वीट करके इसको लेकर बयान दिया। उन्होंने अपने पहले ट्वीट में कहा "इंग्लैंड की रोटेशन पॉलिसी कई बेहतरीन क्रिकेटरों को तैयार कर रही है। हम भले ही इस चीज की अभी आलोचना करें लेकिन अगले 8 साल में 8 आईसीसी टूर्नामेंट होने हैं और इंग्लैंड को इन टूर्नामेंट्स के लिए टीम चयन में कोई दिक्कत नहीं होगी।"England’s rotation policy is slowly building a army of amazing cricketers.We may criticize it now, but with 8 ICC tournaments scheduled for the next 8 years (basically 1 a year, so I’m told) they really not gana struggle for international experience when picking teams. #goals— Dale Steyn (@DaleSteyn62) February 20, 2021इंग्लैंड ने भारत के खिलाफ पहला टेस्ट मैच बड़े अंतर से जीता था। हालांकि दूसरे मुकाबले में उन्हें एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा था। इंग्लैंड ने इस मैच में जेम्स एंडरसन और जोस बटलर जैसे दिग्गज खिलाड़ियों को नहीं खिलाया था। हालांकि अहमदाबाद में होने वाले तीसरे टेस्ट मैच के लिए सभी प्रमुख खिलाड़ियों की प्लेइंग इलेवन में वापसी हो सकती है।ये भी पढ़ें: कम कीमत में बिके 3 अनकैप्ड भारतीय खिलाड़ी जो जबरदस्त साबित हो सकते हैं