पाकिस्तान के पूर्व कप्तान सरफराज अहमद (Sarfaraz Ahmed) की बायोग्राफी स्कूलों में पढ़ाई जाएगी। हाल ही में उनकी बायोग्राफी को चौथी क्लास के स्टैंडर्ड उर्दू बुक में शामिल किया गया है। ये फैसला पाकिस्तान की सिंध प्रांत की सरकार ने लिया है और सरफराज अहमद ने इसके लिए उनका आभार प्रकट किया है।गुरूवार को सरफराज अहमद की पत्नी खुशबख्त ने ट्विटर पर इस बात की जानकारी दी। इसके बाद सरफराज ने ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने उस किताब की एक तस्वीर भी ट्विटर पर शेयर किया और लिखा,धन्यवाद, ये मेरे लिए काफी बड़ा सम्मान है। एक रोल मॉडल के तौर पर हमारा काम बच्चों को प्रेरित करना है। मैं हमेशा इसकी कोशिश करता रहूंगा।Sarfaraz Ahmed@SarfarazA_54Thank you! This is a big honour for me. As role models we endeavour to inspire children. I would always be there to play my part in these efforts.@SindhGovt1 @sindhBoard10529851Thank you! This is a big honour for me. As role models we endeavour to inspire children. I would always be there to play my part in these efforts.@SindhGovt1 @sindhBoard🇵🇰 https://t.co/NL4FFNlzQLसरफराज अहमद की कप्तानी में पाकिस्तान ने जीती थी चैंपियंस ट्रॉफीदरअसल सरफराज अहमद की ही कप्तानी में पाकिस्तान ने 2017 की चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की थी। टीम ने फाइनल मुकाबले में भारत को 180 रनों से बुरी तरह हराया था और मुकाबला अपने नाम किया था। इसके बाद सरफराज अहमद पाकिस्तान के काफी बड़े स्टार बन गए थे।सरफराज अहमद के नाम एक और आईसीसी टाइटल भी है। उन्होंने 2006 के अंडर-19 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को जीत दिलाई थी। उस समय वही टीम के कप्तान थे। सरफराज के अलावा पाकिस्तान की दिग्गज महिला स्पिनर नसीम हमीद की बायोग्राफी भी सिलेबस में जोड़ी गई है।सरफराज अहमद ने भले ही पाकिस्तान को चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाया हो लेकिन 2019 के वर्ल्ड कप में भारतीय टीम से मिली हार के बाद उनकी काफी आलोचना हुई थी। उस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा था और इसके बाद धीरे-धीरे उन्हें कप्तानी से भी हटा दिया गया और टीम में भी नहीं शामिल किया जाता है। इस वक्त वो पाकिस्तानी टीम से बाहर चल रहे हैं।