Team India Lost first two wickets for no run after 1983: मैनचेस्टर में जारी पांच मैचों की सीरीज के चौथे मैच में इंग्लैंड ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली है और भारत पर बड़ी हार का खतरा मंडराने लगा है। टीम इंडिया के पहली पारी के स्कोर 358 के जवाब में चौथे दिन इंग्लैंड की पहली पारी 669 पर समाप्त हुई। इस तरह मेजबान टीम को 311 रनों की बढ़त हासिल हुई। वहीं जब भारत दूसरी पारी में खेलने उतरा तो उसने पहले ही ओवर में अपने दो विकेट बिना कोई रन बनाए गंवा दिए। इस तरह भारतीय टीम के टेस्ट इतिहास में 42 साल में यह पहला मौका है, जब उसने अपने पहले दो बल्लेबाजों का विकेट 0 के स्कोर पर खो दिया हो।क्रिस वोक्स ने पहले ही ओवर में दिए भारत को दो बड़े झटकेइंग्लैंड की विशाल बढ़त के बाद, बल्लेबाजी करने उतरी टीम इंडिया से उम्मीद थी कि अच्छी शुरुआत करेगी और फैंस को निराश नहीं करेगी लेकिन पहले ही ओवर में हालत खराब हो गई। क्रिस वोक्स ने राउंड द विकेट आकर ओवर की चौथी गेंद पर यशस्वी जायसवाल को फंसाया और स्लिप में जो रूट ने उनका शानदार कैच लपका। इस तरह जायसवाल खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए।वहीं, पहली पारी में अर्धशतक जड़ने वाले साई सुदर्शन भी कुछ खास नहीं कर पाए और वह भी बिना खाता खोले हैरी ब्रूक को कैच थमा बैठे। वोक्स की गेंद पर सुदर्शन खेलने या फिर लीव करने का फैसला करने में देरी कर बैठे और जब उन्होंने छोड़ने का प्रयास किया तो गेंद ने बल्ले का किनारा लिया और दूसरी स्लिप में चली गई, जहां ब्रूक ने कोई गलती नहीं की। इस तरह सुदर्शन गोल्डन डक बनाकर आउट हुए और भारत ने 0 के स्कोर पर अपने पहले दोनों विकेट गंवा दिए।42 साल में पहली बार भारत ने 0 के स्कोर पर खोए अपने पहले दोनों विकेटइससे पहले भारत ने अपने पहले दो विकेट बिना किसी रन पर दिसंबर, 1983 में गंवाए थे। वेस्टइंडीज के खिलाफ चेन्नई में खेले गए मैच में भारत ने सबसे पहले अंशुमान गायकवाड़ का विकेट गंवाया था और फिर दिलीप वेंगसरकर भी अपना खाता खोले बिना ही आउट हो गए थे। इस मैच में सुनील गावस्कर ने नंबर 4 पर बल्लेबाजी की थी और 236 रन बनाए थे। यह एकमात्र मौका रहा, जब गावस्कर ने इस पोजीशन पर बल्लेबाजी की।