भारत और लीसेस्टरशायर के बीच खेले जा रहे अभ्यास मैच के दूसरे दिन तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी (Mohammad Shami) ने अप्टनस्टील क्रिकेट ग्राउंड में अपनी टीम को शानदार शुरुआत दिलाई। भारत ने अपनी पहली पारी कल के स्कोर 246/8 पर घोषित कर दी। इसके बाद बल्लेबाजी करने उतरी लीसेस्टरशायर को मोहम्मद शमी ने दो झटके शुरू में ही दिए। इनमें से एक विकेट हमवतन चेतेश्वर पुजारा (Cheteshwar Pujara) का था, जो इस मैच में विपक्षी टीम की तरफ से खेल रहे हैं। पुजारा ने छह गेंदों का सामना किया लेकिन मोहम्मद शमी ने उन्हें बिना खाता खोले ही पवेलियन का रास्ता दिखाया। शमी की गेंद पुजारा के बल्ले का अंदरूनी किनारा लेकर स्टंप पर जा लगी।आउट होने के बाद, पुजारा और शमी दोनों के चेहरे पर मुस्कान थी, और जब पुजारा डगआउट जा रहे थे, तब शमी दौड़ कर गए और उन्हें पीछे से गले लगाया। कुछ ही समय में सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो वायरल हो गया। आप भी देखें वीडियो:SportsTiger@sportstigerappIndian pacer Md. Shami dismisses Cheteshwar Pujara in warm-up game against Leicestershire. Later, the pacer apologized to the Indian batter. #LeicestershirevsIndia #TeamIndia #Cricket #IndianCricketTeam #LEIvIND #CheteshwarPujara #MohammedShami21Indian pacer Md. Shami dismisses Cheteshwar Pujara in warm-up game against Leicestershire. Later, the pacer apologized to the Indian batter. #LeicestershirevsIndia #TeamIndia #Cricket #IndianCricketTeam #LEIvIND #CheteshwarPujara #MohammedShami https://t.co/jqhxWzKbYoइस तरह वापसी के बाद पुजारा की पहली पारी निराशाजनक तरीके से समाप्त हुई। हालांकि सभी को उम्मीद होगी कि आगामी पांचवें टेस्ट में वह अपने बल्ले का दमखम दिखाए और भारत की सीरीज जीत में अपना महत्वपूर्ण योगदान दें।पुजारा की वापसी युवाओं के लिए उदाहरण - मोहम्मद कैफहाल ही में भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा ने जिस तरह टीम से ड्रॉप होने के बाद वापसी की, यह युवा खिलाड़ियों के लिए एक बड़ा उदाहरण हैं। उन्होंने कहा कि पुजारा ड्रॉप होने के बाद रणजी खेले, काउंटी क्रिकेट में गए और वहां पर जाकर ढेर सारे रन बनाकर दिखाया कि वापसी कैसे की जाती है।गौरतलब है कि भारतीय टेस्ट टीम से ड्रॉप किये जाने के बाद चेतेश्वर पुजारा ने रणजी सीजन खेला लेकिन वहां उतना प्रभावी प्रदर्शन नहीं कर पाए। इसके बाद उन्होंने काउंटी क्रिकेट का रूख किया और ढेर सारे रन बनाये। ससेक्स के लिए खेलते हुए उन्होंने पांच मैचों की 8 पारियों में 120 की औसत से 720 रन बनाये। इसमें चार शतक भी शामिल थे जिसमें से उन्होंने दो को दोहरे शतक में तब्दील किया था।