Mohammed Azharuddin Breaks Silence Stand Remove Matter: पूर्व भारतीय कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने उप्प्ल में स्थित राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के नॉर्थ पवेलियन स्टैंड से अपना नाम हटाए जाने के निर्देश पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन (HCA) के एथिक्स ऑफिसर और लोकपाल जस्टिस वी. ईश्वरैया ने 19 अप्रैल को ये आदेश जारी किया था।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने अपने खिलाफ कार्रवाई पर दिया बयान
62 वर्षीय पूर्व खिलाड़ी ने न्यूज एजेंसी आईएनएस से बात करते हुए इस विवाद को खेल का अपमान बताते हुए अपने राय दी है। मोहम्मद अजहरुद्दीन ने कहा,
"मुझे यह कहते हुए बहुत दुख होता है, लेकिन कभी-कभी मुझे क्रिकेट खेलने का अफसोस होता है। यह देखकर बहुत दुख होता है कि खेल के बारे में बहुत कम या बिलकुल भी समझ न रखने वाले लोग अब सिखाने और लीड करने की स्थिति में हैं। यह खेल के लिए काफी अपमानजनक है।
पूर्व कप्तान अजहरुद्दीन ने इस विवाद से निपटने के लिए कानून का सहारा लेने की इच्छा जताई है। उन्होंने कहा कि वह इस अन्याय के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे। उन्होंने बीसीसीआई से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने और उचित कार्रवाई करने का आग्रह किया है। पूर्व कप्तान ने कहा कि सिर्फ यही एक मुद्दा नहीं है। सनराइजर्स हैदराबाद का भी (HCA) से पास को लेकर विवाद था, जो मैनेजमेंट की खराब व्यवस्था और विवाद को उजागर करता है।
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने आगे कहा कि HCA की तरफ से जो कुछ भी सामने आ रहा है वह समझ से परे है। और यह मुझे निजी तौर पर बहुत दुख पहुंचा रहा है। मुझे HCA चुनाव लड़ने की इजाजत सिर्फ इसलिए नहीं दी गई क्योंकि मैं सिस्टम में होने वाले भ्रष्टाचार को सामने लेकर आया। इस सच्चाई को सामने लाने के लिए मुझे निशाना बनाया जा रहा है।
नियम 38 के उल्लंघन के तहत अजहरुद्दीन के खिलाफ हुई कारवाई
2019 में हैदराबाद क्रिकेट एसोसिएशन के अध्यक्ष के पद पर रहते हुए अजहरुद्दीन ने एपेक्स काउंसिल की एक बैठक के दौरान एक फैसला लिया था। राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के नॉर्थ पवेलियन स्टैंड का नाम "वीवीएस लक्ष्मण पवेलियन" से बदलकर "मोहम्मद अजहरुद्दीन स्टैंड" रखा जाएगा। फरवरी 2025 में हैदराबाद के लॉर्ड्स क्रिकेट क्लब (LCC) ने एक शिकायत दर्ज की, जिसके चलते यह नियम 38 का उल्लंघन है। एसोसिएशन का कोई भी सदस्य अपने लिए कोई फैसला नहीं ले सकता। यह साफ तौर पर हितों के टकराव का मामला था।