Navjot Singh Sidhu slams Gautam Gambhir: मैनचेस्टर में भारत और इंग्लैंड के बीच चौथा टेस्ट खेला जा रहा है, जिसमें मेहमान टीम की हालत अच्छी नहीं नजर आ रही है। तीसरे दिन के खेल के बाद इंग्लैंड ने अपनी पहली पारी के आधार पर लगभग 200 रनों की बढ़त बना ली है और उसके तीन विकेट अभी भी शेष है। इस मैच के बीच पूर्व भारतीय ओपनर नवजोत सिंह सिद्धू ने टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर पर हमला बोला है। सिद्धू ने भारत की प्लेइंग 11 में लगातार बदलाव होने के कारण गंभीर की आलोचना की है।इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट में भी भारत ने अपनी प्लेइंग 11 में तीन बदलाव किए। हालांकि, इनमें से दो उसे इंजरी के कारण करने पड़े। नितीश रेड्डी और आकाशदीप चोट के कारण उपलब्धि नहीं थे। इसी वजह से शार्दुल ठाकुर और अंशुल कंबोज को मौका मिला। वहीं आउट ऑफ फॉर्म करुण नायर की जगह साई सुदर्शन की दोबारा वापसी हुई।नवजोत सिंह सिद्धू ने लगातार बदलावों को लेकर क्या कहा?शनिवार (26 जुलाई) को नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने यूट्यूब चैनल पर एक वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि टीमें मजबूत कॉम्बिनेशन से जीत हासिल करती हैं, न कि व्यक्तिगत प्रतिभा से। उन्होंने आगे कहा कि लगातार और बड़े बदलावों ने टीम के संतुलन को बिगाड़ दिया है। सिद्धू ने कहा: "तीसरे मैच में बुमराह की वापसी हुई और प्रसिद्ध कृष्णा को बाहर कर दिया गया। चौथे मैच में आकाश दीप चोटिल हो गए और अंशुल कंबोज को टीम में लाया गया। आखिर हो क्या रहा है? क्या आपने पहले कभी इतने बदलाव देखे हैं? ये सिर्फ बुरा ही नहीं, बल्कि उससे भी बुरा है। अगले मैच में बुमराह नहीं होंगे, ऋषभ पंत भी नहीं होंगे, और शायद अंशुल कंबोज को भी नहीं खिलाया जाएगा, जो 125-130 किमी/घंटा की गति से गेंदबाजी कर रहे हैं। ये लगातार बड़े बदलाव टीम के संयोजन को बार-बार बिगाड़ते रहते हैं।"पूर्व खिलाड़ी ने अपनी बात को आगे जारी रखते हुए गौतम गंभीर पर सवाल उठाया और कहा:"आप एक उचित कॉम्बिनेशन नहीं बना पा रहे हैं। गौतम गंभीर से बेहतर कौन समझ सकता है कि टीमें व्यक्तिगत प्रतिभा से नहीं, बल्कि संयोजन से जीतती हैं? जब वे केकेआर के साथ थे, तो छह गेंदबाजों के संयोजन ने 106 विकेट लिए थे। इसी ने अंतर पैदा किया। गेंदबाज टूर्नामेंट और सीरीज जीतते हैं। यहां क्या हो रहा है? टेस्ट सीरीज के पहले मैच में, बुमराह खेलते हैं, लेकिन शार्दुल को उनके साथ गेंद नहीं दी जाती। फिर शार्दुल को बाहर कर दिया जाता है, बुमराह नहीं खेलते, आकाशदीप आते हैं, वाशिंगटन सुंदर आते हैं, नितीश रेड्डी आते हैं।"आपको बता दें कि गौतम गंभीर को हेड कोच के रूप में टेस्ट फॉर्मेट में अभी खास सफलता नहीं हासिल हुई है और उन पर लगातार सवाल खड़े किए जा रहे हैं। अगर इंग्लैंड में सीरीज की हार होती है तो फिर गंभीर का भविष्य भी खतरे में आ जाएगा।