अबू धाबी में कल रात को आयोजित हुई फार्मूला वन रेस में एक बड़ा उलटफेर देखने को मिला। रेडबुल के मैक्स वेर्स्टाप्पेन (Max Verstappen) ने आखिरी क्षणों में बाजी मारते हुए लुईस हैमिल्टन (Lewis Hamilton) को हराकर फार्मूला वन का ख़िताब अपने नाम कर लिया। इसके साथ ही उन्होंने अबू धाबी ग्रांड प्रिक्स जीत ली और विश्व चैम्पियन बनने वाले पहले डच ड्राइवर भी बन गए हैं। मैक्स वेर्स्टाप्पेन की इस शानदार जीत के बाद क्रिकेट जगत में भी उनके नाम की चर्चा हुई है। भारत (India) के पूर्व महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) ने इस रोमांचक रेस के बाद ट्वीट कर अपनी प्रतिक्रिया दी है।क्रिकेट के हर एक रिकॉर्ड को अपने नाम करने वाले सचिन तेंदुलकर ने फार्मूला वन रेस को लेकर कहा कि, 'क्या रेस थी ये, मैक्स वेर्स्टाप्पेन को पहली बार विश्व चैंपियन बनने के लिए बधाई और वह आगे भी बहुत कुछ हासिल करें। हालाँकि, मेरा दिल चाहता था कि लुईस यह रेस जीते। उनके लिए भी यह सीजन कमाल का रहा था। यदि सेफ्टी कार नहीं होती तो ट्रॉफी उन्हीं की होती। सरासर उनके लिए दुर्भाग्य है और अगले सीजन के लिए ऑल द बेस्ट हैमिल्टन।' Sachin Tendulkar@sachin_rtWhat a race!Congrats to Max for becoming the World Champion for the 1st time & there will be many more.However, my heart goes out to Lewis. What a season he’s had too. If not for the safety car, the trophy would’ve been his. Sheer bad luck. All the best for the next season.9:03 AM · Dec 12, 2021200931031What a race!Congrats to Max for becoming the World Champion for the 1st time & there will be many more.However, my heart goes out to Lewis. What a season he’s had too. If not for the safety car, the trophy would’ve been his. Sheer bad luck. All the best for the next season. https://t.co/pYPLoin4gOकैसे बने मैक्स वेर्स्टाप्पेन फार्मूला वन रेस के चैंपियनरेडबुल ने साल 2013 के बाद पहली बार फार्मूला वन का खिताब जीता है। उसके बाद से हर बार मर्सीडीज ही इस ख़िताब को जीतती आ रही है। अबू धाबी ग्रांड प्रीक्स से पहले लुईस हैमिल्टन और वेर्स्टाप्पेन 369.5 अंकों के साथ बराबरी पर थे। ऐसे में इस रेस से विश्व चैम्पियन का फैसला होना था लेकिन मैक्स ने अंतिम पलों में बाजी को मार लिया। लुईस हैमिल्टन और वेर्स्टाप्पेन ने आखिरी लैप में साथ शुरूआत की थी लेकिन वेर्स्टाप्पेन ने उन्हें बाद में पछाड़ दिया। जीत दर्ज करने के बाद वेर्स्टाप्पेन ने 26 अंक हासिल किए और कुल 395.5 के साथ चैम्पियनशिप खिताब अपने नाम कर लिया।