मयंक अग्रवाल का 2020-21 बॉर्डर-गावस्‍कर ट्रॉफी में बल्‍ले से प्रदर्शन फीका रहा था। उन्‍होंने तीन टेस्‍ट में केवल 78 रन बनाए, जिसका खामियाजा तीसरे में बाहर बैठकर उन्‍हें भुगतना पड़ा था। मयंक अग्रवाल के बचपन के कोच आरएक्‍स मुरली ने खुलासा किया कि भारतीय बल्‍लेबाज को जब टीम से बाहर किया गया, तो वो खुद पर शक करने लगे थे।अग्रवाल ने अपनी आखिरी 8 टेस्‍ट पारियों में केवल 88 रन बनाए थे। शुभमन गिल ने अग्रवाल की जगह मिले मौके को दोनों हाथों से भुनाया और बॉर्डर-गावस्‍कर ट्रॉफी में प्रभावित किया।What a test match it has been for India 🇮🇳 Big Congratulations to @ImIshant for playing his 100th test game , 11 wickets and match winning performance by @akshar2026 , Massive achievement of 400 wickets in test cricket for @ashwinravi99 👏🏼👏🏼Big win and step closer 😬 pic.twitter.com/hWrNjbZ19H— Mayank Agarwal (@mayankcricket) February 25, 2021इंसाइडस्‍पोर्ट से बातचीत में मयंक अग्रवाल के बचपन के कोच ने बताया कि टेस्‍ट टीम से बाहर होने के बाद कैसे ओपनर को खुद पर शक होने लगा था। आरएक्‍स मुरली ने कहा, 'यह सब मानसिकता पर निर्भर है। जब आप सफल नहीं हो रहे होते हो तो अपने दिमाग में अचानक शक पैदा करने लगते हो। यह आपको एकदम अलग राह पर ले जाता है और एक बार आपके दिमाग में कुछ आया तो सबकुछ नष्‍ट होने लगता है। यह आपको ऐसे मोड में ले आता है जब आप सभी चीजों पर संदेह करने लगते हैं। यही हाल मयंक का भी हुआ।'मशहूर कोच ने बताया कि जगह को लेकर प्रतिस्‍पर्धा के बीच खिलाड़ी ज्‍यादा चिंतित होने लगता है। मुरली ने कहा, 'खिलाड़ी में काफी घबराहट होती है। खेल में सफलता से ज्‍यादा निराशा है। जब आपको फेल होने की चिंता हो और पता है कि जगह पाने के लिए कड़ी प्रतियोगिता है व आप प्रदर्शन करने में नाकाम रहे, आप टीम से बाहर हो गए, तो यह सब दिमाग में भरने लगता है। एक बार फेल होने पर निराशा में इजाफा होता है और यह बढ़ती ही जाती है कि आप प्रक्रिया में पूरी तरह खो न जाएं। ऑस्‍ट्रेलिया सीरीज के बाद मयंक अग्रवाल ने मानसिक पहलु पर काम किया और फिर आईपीएल में चमके।'मयंक अग्रवाल आगामी इंग्‍लैंड दौरे के लिए भारतीय टेस्‍ट टीम का हिस्‍सा हैं। विश्‍व टेस्‍ट चैंपियनशिप में मयंक को तब तक बाहर बैठना पड़ सकता है, जब तक ओपनिंग पर शुभमन गिल और रोहित शर्मा सफल होंगे।आईपीएल से बढ़ा विश्‍वास: मुरलीमयंक अग्रवाल ने निलंबित आईपीएल 2021 सीजन में काफी शानदार प्रदर्शन किया और दर्शाया कि उनकी क्षमताएं क्‍या हैं। मुरली ने खुलासा किया कि टी20 टूर्नामेंट से पहले उन दोनों ने मानसिक स्थिति पर काम किया था।मुरली ने कहा, 'उनके पास तकनीक तो है ही। उन्‍हें सिर्फ विश्‍वास की जरूरत थी। आईपीएल प्रदर्शन से उनके विश्‍वास में काफी बढ़ोतरी हुई। आईपीएल से पहले हमने मानसिक पहलू पर काम किया और इससे वह टूर्नामेंट में सफल हुए। इससे उन्‍हें पता चल गया कि लगातार प्रक्रिया में काम कैसे करना है।'Mayank Agarwal will be leading Punjab Kings in Rahul’s absence ❤️Wishing you all the luck, @mayankcricket 🤞#SaddaPunjab #PunjabKings #IPL2021 @PunjabKingsIPL pic.twitter.com/MtYupha8HB— Preity G Zinta (@realpreityzinta) May 2, 2021मयंक अग्रवाल ने आईपीएल 2021 में पंजाब किंग्‍स का प्रतिनिधित्‍व करते हुए 7 मैचों में 260 रन बनाए थे। उनकी औसत 43.3 की रही जबकि स्‍ट्राइक रेट 141.3 का रहा। यह देखना होगा कि न्‍यूजीलैंड और इंग्‍लैंड के खिलाफ आगामी टेस्‍ट सीरीज में मौका मिलने पर वह कैसा प्रदर्शन करेंगे।