भारतीय टीम के प्रमुख ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन अपने दिल की बात सीधे कहने के लिए जाने जाते हैं। अधिकांश देखने को मिला है क्रिकेटर्स ने राजनीति से लेकर इतिहास जैसे विषयों पर अपनी आवाज उठाई है। ऑफ स्पिनर को आखिरी बार आईपीएल 2021 में दिल्‍ली कैपिटल्‍स के लिए खेलते हुए देखा गया था। अश्विन ने बीच सीजन से अपना नाम वापस लिया था और परिवार की मदद करने चले गए थे। अश्विन के परिवार के कई सदस्‍य कोविड-19 की चपेट में आ गए थे।हाल ही में रविचंद्रन अश्विन ने चेन्‍नई में स्‍कूल के टीचर्स और स्‍टाफ के अनुचित व्‍यवहार व यौन उत्‍पीड़न कहानियों पर अपने विचार व्‍यक्‍त किए। यौन उत्‍पीड़न आम जनता के बीच काफी विवादित विषय है और इसकी कहानियां लोगों को गुस्‍सा और निराशा दिलाती है।34 साल के रविचंद्रन अश्विन भी बहुत नाखुश थे, जब पद्म शेशाद्री बाला भवन (पीएसबीबी) स्‍कूल के एक टीचर को यौन उत्‍पीड़न मामले में गिरफ्तार किया गया। अश्विन इस स्‍कूल में पढ़ चुके थे।अश्विन ने ट्वीट किया, 'कुछ परेशान करने वाली रातें गुजरी, सिर्फ पीएसबीबी के पुराने स्‍टूडेंट के रूप में नहीं, लेकिन दो युवा लड़कियों के पिता होने के नाते भी। राजगोपालन एक नाम है, जो आज सामने आया, लेकिन भविष्‍य में हम सभी के करीब इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए हमें कार्रवाई करने की जरूरत है और सिस्‍टम को पूरी तरह बदलने की जरूरत है।' उन्‍होंने एक और ट्वीट किया, 'कहने का मतलब है-पढ़ाई महत्‍वपूर्ण है, लेकिन हर चीज नहीं।'चेन्‍नई के आस-पास हो रहे यौन उत्‍पीड़न मामलों से नाखुश अश्विनBeen a couple of disturbing nights, not only as an old student of PSBB but also as a father of 2 young girls. Rajagopalan is one name that’s come out today, but to stop such incidences all around us in the future, we need to act and need a complete overhaul of the system.🙏🙏 pic.twitter.com/JRKZ3QOgeM— Mask up and take your vaccine🙏🙏🇮🇳 (@ashwinravi99) May 25, 2021इस ट्वीट के साथ जोड़े गए एक नोट में उन्होंने लिखा, 'चेन्‍नई और आस-पास के स्कूलों से ऐसी खबरें आने से दिल दुख रहा है। खासतौर पर पीएसबीबी और राजागोपाल, जितने साल वहां पढ़ा उनको कभी नहीं जाना, लेकिन इस खबर से बहुत परेशान हूं।'अश्विन ने आगे लिखा, 'मुझे पता है कि न्याय और कानून अपने हिसाब से काम करेगा, लेकिन ये समय है कि लोग आगे आएं और इस सिस्टम पर फिर गौर करें। ये बहुत चिंता का समय है और हमको ये समझना होगा कि हमने अपने बच्चों को सिर्फ सोशल मीडिया पर भड़ास निकालने भर के लिए छोड़ा है।'रिपोर्ट्स के मुताबिक जिस शिक्षक को गिरफ्तार किया गया है उसको न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। स्कूल के पुराने छात्रों ने इस मामलेे से जुड़े कुछ स्क्रीनशॉट्स शेयर किए हैं। एक स्क्रीनशॉट में टॉपलेस शिक्षक को गर्दन में सिर्फ एक कपड़े के साथ देखा जा सकता है।