टीम इंडिया (Team India) के लिए साल 2010 में दक्षिण अफ्रीका (South Africa) में अपना डेब्यू करने वाला तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट (Jaydev Unadkat) ने एक ट्वीट करते हुए रेड बॉल क्रिकेट में एक और मौका मिलने की गुहार लगाई थी। जयदेव उनादकट के इस ट्वीट पर कई दर्शकों ने उनके फॉर्म को लेकर भी सवाल खड़े किये, तो कई फैन्स ने उन्हें सपोर्ट भी किया है। इस ट्वीट से ऐसा प्रतीत हुआ कि जयदेव टीम इंडिया की टेस्ट टीम में एक और मौका पाना चाहते हैं, जिसके चलते दर्शकों ने उनके फॉर्म को लेकर सवाल किये थे लेकिन अब जयदेव उनादकट ने इस ट्वीट पर अपनी सफाई दी है।ESPNcricinfo से बातचीत करते हुए जयदेव उनादकट ने बताया कि उन्होंने इस प्रकार का ट्वीट क्यों किया था। उन्होंने कहा कि, 'डियर रेड बॉल, प्लीज मुझे एक और मौका दो। मैं तुम्हें गर्व महसूस करवाऊंगा और यह मेरा वादा है।' यह एक ट्वीट था जिसे मैंने 4 जनवरी को पोस्ट किया था, जिसे गलत समझ लिया गया। क्योंकि 19 साल की उम्र में मैंने 2010 में मैंने डेब्यू किया और इस ट्वीट को टेस्ट क्रिकेट में वापसी पर समझा गया। दरअसल, यह रणजी ट्रॉफी को याद करने के बारे में था। उन्होंने इस सन्दर्भ में आगे बताया कि मैंने पिछली बार 2019-20 के रणजी फाइनल में प्रथम श्रेणी मैच में लाल गेंद से गेंदबाजी की थी, और मुझे खिताब जीतने और 67 विकेट के साथ सीजन को समाप्त करने पर बहुत गर्व था। उस सीज़न ने मुझे फिर से भारत के लिए खेलने की नई उम्मीदें दीं थी? Jaydev Unadkat@JUnadkatDear red ball, please give me one more chance.. I’ll make you proud, promise!10:11 AM · Jan 4, 2022842034275Dear red ball, please give me one more chance.. I’ll make you proud, promise! https://t.co/ThPUOpRlyRसौराष्ट्र के बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट टीम इंडिया के लिए तीनो प्रारूपों में कुल 22 विकेट हासिल किये जबकि एकमात्र टेस्ट मैच में उन्हें एक भी विकेट नहीं मिला था। बात अगर उनके हाल के फॉर्म की करें तो पिछले रणजी सत्र में उन्होंने सबसे ज्यादा विकेट हासिल किये थे। जयदेव उनादकट ने 10 मुकाबलों में 13.23 के औसत से 67 विकेट प्राप्त किये थे।