Rohit Sharma Explain Decision Not Playing Sydney Test: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के दौरान सिडनी टेस्ट से कप्तान रोहित शर्मा ने खुद को बाहर कर लिया था। किसी ने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक कप्तान खुद को प्लेइंग 11 से कभी दूर कर सकता है। लेकिन ये रोहित ने किया। इस फैसले पर वर्ल्ड क्रिकेट हैरान रह गया। किसी को समझ ही नहीं आया कि आखिर एक कप्तान खुद को प्लेइंग 11 से बिना वजह कैसे दूर कर सकता है?
सिडनी टेस्ट से रोहित शर्मा क्यों हुए थे बाहर?
ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर खेली गई इस 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के पांचवें और आखिरी मैच रोहित शर्मा बाहर रहे और टीम की कमान जसप्रीत बुमराह ने संभाली। टीम इंडिया के रेगुलर कप्तान रोहित शर्मा के इस तरह से प्लेइंग-11 से बाहर होने को लेकर अब तक फैंस के मन में यादें ताजा हैं। इस मामले को लेकर पहली बार रोहित शर्मा खुलकर बोले और उन्होंने बताया कि वो क्यों टीम से बाहर हुए थे?
आईपीएल 2025 के बीच हिटमैन ने करीब 3 महीने पहले ही इस बात को याद करते हुए साफ कर दिया कि वो खुद बाहर हुए थे और इस बात गौतम गंभीर, चीफ सेलेक्टर अजित अगरकर पूरी तरह से सहमत नहीं थे। इसके बावजूद रोहित ने टीम की जरूरत को सर्वोपरि रखा।
रोहित शर्मा ने 3 महीने बाद खुलकर की इस मामले पर बात
बियॉन्ड23 क्रिकेट पॉडकास्ट पर बात करते हुए रोहित शर्मा ने कहा,
"सिडनी में आखिरी टेस्ट मैच में मुझे खुद के साथ ईमानदार होना पड़ा। मैं गेंद को अच्छी तरह से हिट नहीं कर पा रहा था। मैं खुद को वहां नहीं रखना चाहता था क्योंकि हमारे पास बहुत से अन्य खिलाड़ी भी संघर्ष कर रहे थे। जब आप खुद को वहां जोड़ते हैं, तो यह थोड़ा और हो जाता है और हम चाहते थे कि गिल खेलें। वह बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं। वह पिछले टेस्ट में चूक गए थे। मैंने सोचा ठीक है, अगर मैं गेंद को अच्छी तरह से नहीं मार पा रहा हूं, तो यह अभी है। दस दिन बाद, पांच दिन बाद चीजें बदल सकती हैं।"
उन्होंने आगे कहा,
"मैंने कोच और सिलेक्टर से बात की। वे सहमत थे भी और नहीं भी थे। इस पर बहस हुई। आप कोशिश करते हैं और टीम को पहले रखते हैं और देखते हैं कि टीम क्या चाहती है और उसके हिसाब से फैसला लेते हं। कभी-कभी यह काम कर सकता है, कभी-कभी नहीं। तो ऐसा ही होता है। आप जो भी निर्णय लेने की कोशिश करते हैं, उसमें आपको सफलता की गारंटी नहीं होती। जब से मैंने नेशनल टीम की कप्तानी शुरू की है, मैं चाहता हूं कि सिर्फ मैं ही नहीं, बल्कि बाकी खिलाड़ी भी ऐसा ही सोचें। टीम को प्राथमिकता दें और टीम के लिए जो जरूरी है, वही करें। 'मेरे रन, मेरे स्कोर' और इस तरह की चीजों के बारे में ज्यादा चिंता न करें। यह महत्वपूर्ण है क्योंकि आप एक टीम खेल खेल रहे हैं।"