दक्षिण अफ्रीका में खेले गए पहले टेस्ट मैच (SA vs IND) में जीत के साथ भारतीय टीम ने एक बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया है। टीम इंडिया ने दूसरी बार एक कैलेण्डर वर्ष में चार टेस्ट मैच एशिया से बाहर जीते हैं। इससे पहले भारतीय टीम ने 2018 में कुछ ऐसा कारनामा किया था। खास बात यह है कि दोनों बार कप्तान विराट कोहली थे। हालांकि ब्रिस्बेन टेस्ट में अजिंक्य रहाणे ने कप्तानी की थी।इस साल भारतीय टीम ने सबसे पहले ब्रिस्बेन में ऐतिहासिक टेस्ट मैच जीता था। उस समय भारत के पास कई मुख्य खिलाड़ी नहीं थे लेकिन उन्होंने जीत दर्ज करने में सफलता हासिल की। इसके बाद इंग्लैंड दौरे पर भारतीय टीम ने लॉर्ड्स और ओवल में टेस्ट मैच जीते थे। साल के अंत तक भारतीय टीम ने सेंचुरियन में भी टेस्ट जीत लिया। सेंचुरियन ने पहली बार टीम इंडिया ने टेस्ट जीता है। इससे पहले साल 2018 में भारतीय टीम ने जोहान्सबर्ग, नॉटिंघम, एडिलेड, मेलबर्न में टेस्ट मुकाबले जीते थे।BCCI@BCCI#TeamIndia go 1-0 up in the series with their first ever Test win at Centurion.#SAvIND4:39 AM · Dec 30, 20216339749#TeamIndia go 1-0 up in the series with their first ever Test win at Centurion.#SAvIND https://t.co/DB68dMunHLसेंचुरियन टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने मेजबान टीम को हर विभाग में पीछे छोड़ दिया। पहली पारी में भारतीय टीम मेजबानों पर भारी पड़ी। यही कारण है कि दक्षिण अफ्रीका को 113 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। पहले खेलते हुए टीम इंडिया ने 327 रन बनाए। इसमें केएल राहुल ने शतकीय पारी खेली। मयंक अग्रवाल के बल्ले से अर्धशतकीय पारी देखने को मिली। जवाब में खेलते हुए दक्षिण अफ़्रीकी टीम 197 रन के मामूली स्कोर पर आउट हो गई। टीम इंडिया के लिए मोहम्मद शमी ने 5 विकेट हासिल किये। दूसरी पारी में भारत ने 174 रन बनाए और दक्षिण अफ्रीका को 305 रनों का लक्ष्य मिला।जवाब में खेलते हुए दक्षिण अफ़्रीकी टीम लक्ष्य हासिल करने में नाकाम रही और 191 रन के मामूली स्कोर पर आउट हो गई।