भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) को पहला वर्ल्ड कप जितवाने वाले कप्तान कपिल देव (Kapil Dev) का आज जन्मदिन है। कपिल आज अपना 64वां जन्मदिन मना रहे हैं। इस खास मौके पर क्रिकेट जगत के साथ दुनियाभर में मौजूद फैंस से उन्हें शुभकामनाएं मिल रही हैं। इस कड़ी में टीम इंडिया के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर (Sachin Tendulkar) का नाम भी शामिल हैं। टीम इंडिया के पहले विश्व विजेता कप्तान को विश करने के लिए तेंदुलकर ने ट्विटर पर एक बेहद पुरानी तस्वीर साझा की है। तस्वीर के साथ उन्होंने एक खास सन्देश भी लिखा है जो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।कपिल देव के जन्मदिन के मौके पर सचिन ने अपने ट्विटर अकाउंट से एक पुरानी तस्वीर शेयर की है जो कि उनके करियर के शुरुआती दिनों की लग रही है। इस तस्वीर में तेंदुलकर कपिल देव के पीछे खड़े नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर को शेयर उन्होंने कैप्शन में लिखा,एक 10 साल के लड़के ने साल 1983 में कपिल देव को वर्ल्ड कप उठाते देखा था। उसके बाद भारत को दूसरा वर्ल्ड कप जिताने का सपना देखना शुरू किया। वह लड़का मैं था। हैप्पी बर्थडे कपिल पाजी। आप लाखों लोगों को प्रेरित करते रहें।Sachin Tendulkar@sachin_rtA ten-year-old boy saw Kapil Dev lifting the 1983 World Cup and started dreaming of winning another one for India. That boy was me. Happy birthday, Kapil Paaji! May you continue to inspire millions.513902929A ten-year-old boy saw Kapil Dev lifting the 1983 World Cup and started dreaming of winning another one for India. That boy was me. Happy birthday, Kapil Paaji! May you continue to inspire millions. https://t.co/OSIKPqptNXसचिन तेंदुलकर द्वारा शेयर की तस्वीर पर फैंस भी अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। ज्यादातर फैंस वर्ल्ड कप विजेता कप्तान को जन्मदिन की बधाई देते नजर आ रहे हैं और साथ ही में उनकी लम्बी उम्र की कामना कर रहे हैं।बता दें कि 1983 में टीम इंडिया ने पहली बार कपिल देव की अगुवाई में वर्ल्ड कप का ख़िताब जीता था। इसके बाद, भारत को अपना दूसरा वर्ल्ड कप जीतने के लिए 28 सालों का लम्बा इंतज़ार करना पड़ा था। भारत ने अपना दूसरा वर्ल्ड कप एमएस धोनी की कप्तानी में 2011 में श्रीलंका को हराकर जीता था और तेंदुलकर भी उस टीम का हिस्सा थे। सचिन ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में कुल छह वर्ल्ड कप खेले लेकिन सिर्फ एक बार ही वह ट्रॉफी उठा पाने में सफल हो पाए थे और वही उनका आखिरी वर्ल्ड कप भी रहा।