पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर सलमान बट्ट (Salman Butt) और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन (Michael Vaughan) के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है। विराट कोहली (Virat Kohli) और केन विलियमसन (Kane Williamson) की तुलना से शुरु होकर ये बातचीत अब मैच फिक्सिंग तक पहुंच गई है। दोनों ही खिलाड़ी एक दूसरे की आलोचना कर रहे हैं।दरअसल माइकल वॉन ने भारतीय कप्तान विराट कोहली और न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी थी। उन्होंने कहा था कि विराट कोहली इंडिया में हैं इसीलिए लोग उन्हें महान कहते हैं। केन विलियमसन भारत के नहीं हैं इसी वजह से उन्हें महान नहीं कहा जाता है।ये भी पढ़ें: 2011 वर्ल्ड कप के बाद जब कोहली और यूसुफ पठान ने मुझे कंधों पर उठाया था तो मैंने कहा था कि "गिरा मत देना"इसके बाद सलमान बट्ट ने माइकल वॉन की काफी आलोचना की थी। उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर विराट कोहली का पक्ष लेते हुए माइकल वॉन पर निशाना साधा और कहा कि कोहली के पास इंटरनेशनल क्रिकेट में 70 शतक हैं लेकिन आप अपने वनडे करियर में एक भी शतक नहीं लगा पाए थे।सलमान बट्ट और माइकल वॉन के बीच हुई तीखी बहसइसके बाद माइकल वॉन ने भी पलटवार किया और और इन्स्टाग्राम पर लगातार पोस्ट डालते हुए सलमान बट्ट पर अपना गुस्सा निकाला। उन्होंने कहा कि यह बिलकुल सच है सलमान। आप ने सच बात बोली है लेकिन आप भूल रहे हैं, मैं मैच फ़िक्सर नहीं हूं, जिसने इस महान खेल को बदनाम किया है। साथ ही उन्होंने ट्विटर पर कहा कि मुझे पता है सलमान बट्ट ने मुझे लेकर क्या कहा है, जो ठीक है वह उनका विचार है लेकिन मैं दुआ करता हूं कि उन्हें साल 2010 भी ध्यान में होगा, जब उन्होंने मैच फिक्स किया था। View this post on Instagram A post shared by Michael vaughan (@michaelvaughan)No idea what the headline is ... but I seen what Salman has said about me ... that’s fine and he is allowed his opinion but I wished he had such a clear thought of mind back in 2010 when he was Match fixing !!! https://t.co/EkDWuH7Vi4— Michael Vaughan (@MichaelVaughan) May 16, 2021अब सलमान बट्ट ने माइकल वॉन पर एक बार फिर पलटवार किया है। उन्होंने अपने यू-ट्यूब चैनल पर कहा "मैं इसके डिटेल में नहीं जाना चाहता हूं। मैं बस यही कहना चाहुंगा कि वो बात को गलत दिशा में लेकर जा रहे हैं। आप अपनी बात को इस तरह से साबित नहीं कर सकते हैं। अगर वो बीती हुई बातों को दोहराना चाहते हैं तो फिर ठीक है। कुछ लोगों को मानसिक तौर पर ये बीमारी होती है।"ये भी पढ़ें: "अगर एक अनकैप्ड प्लेयर के तौर पर आपको पहले मैच से ही खेलने का मौका मिलता है तो फिर इससे कॉन्फिडेंस काफी बढ़ जाता है"