Shardul Thakur defends his bowling: एंडरसन-तेंदुलकर ट्रॉफी के चौथे टेस्ट में भारत के खिलाफ इंग्लैंड की स्थिति मजबूत नजर आ रही है। इसका श्रेय इंग्लैंड के जैक क्रॉली और बेन डकेट की ओपनिंग जोड़ी को जाता है, जिन्होंने आक्रामक अंदाज में 166 रनों की साझेदारी की। इसी वजह से इंग्लैंड अब भारत के स्कोर से सिर्फ 133 रन पीछे है और उसके आठ विकेट शेष हैं। इससे पहले टीम इंडिया अपनी पहली पारी में 358 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। इंग्लिश बल्लेबाजों के सामने भारतीय गेंदबाज असहाय नजर आए और वनडे के अंदाज में रन लुटाए। इससे गेंदबाजों पर सवाल भी उठे लेकिन ऑलराउंडर शार्दुल ठाकुर ने खुद का बचाव किया है, साथ ही उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से कप्तान शुभमन गिल को भी खास चीज को लेकर कटघरे में ला खड़ा किया है।दरअसल, भारत को इंग्लैंड का पहला विकेट गिराने के लिए 32 ओवर तक इंतजार करना पड़ा। इस दौरान जैक क्रॉली और बेन डकेट बेहद ही आक्रामक अंदाज में खेल रहे थे। उनके सामने कोई भी भारतीय गेंदबाज सफल होता नजर नहीं आ रहा था। हालांकि, फिर इस जोड़ी को रवींद्र जडेजा ने क्रॉली को आउट कर तोड़ा और डेब्यूटांट अंशुल कंबोज ने भी डकेट को चलता किया। वहीं शार्दुल ठाकुर से सिर्फ पांच ओवर गेंदबाजी कराई गई और उन्होंने 35 रन खर्च किए।गेंदबाजी के फैसलों के लिए कप्तान को बताया जिम्मेदारमैनचेस्टर टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने के बाद, शार्दुल ठाकुर प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए और उन्होंने कहा,"गेंदबाजी देना कप्तान का फैसला है। मेरे हाथ में नहीं है। कप्तान तय करता है कि कब देना है। मैं आज दो ओवर और फेंक सकता था, लेकिन यह कप्तान का फैसला है। लय पाना मुश्किल है, लेकिन मैं अपने अनुभव का इस्तेमाल करने की कोशिश करता हूं।"शार्दुल ठाकुर के बयान से प्रतीत होता है कि शायद भारतीय कप्तान शुभमन गिल को उनके ऊपर ज्यादा भरोसा नहीं था। इसी वजह से उन्होंने अपने प्रमुख तेज गेंदबाजों पर ज्यादा निर्भरता दिखाई। बात करें शार्दुल की तो उन्होंने बल्लेबाजी में अच्छा किया और 41 रनों की अहम पारी खेली। शार्दुल को नितीश रेड्डी के चोट के कारण शेष दो मैचों से बाहर हो जाने के कारण चौथे टेस्ट में मौका मिला है।