Indians to score hundred Champions Trophy debut: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से हो चुकी है। यह टूर्नामेंट हमेशा से बड़े मंच पर खुद को साबित करने का बेहतरीन मौका रहा है। इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट में कई दिग्गज खिलाड़ियों ने अपने डेब्यू मैच में ही शतक जड़कर इतिहास रच दिया। भारतीय खिलाड़ियों की ओर से भी कुछ खास मौकों पर ऐसे शानदार प्रदर्शन देखने को मिले, जब किसी बल्लेबाज ने टूर्नामेंट के इतिहास में अपने पहले ही मुकाबले में शतक लगाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया।चैंपियंस ट्रॉफी इतिहास में अब तक कुल 9 बल्लेबाज अपने डेब्यू मुकाबले में शतक लगाने का कारनामा कर चुके हैं, जिसमें तीन भारतीय बल्लेबाजों का नाम भी शामिल है। आइए एक नजर डालते हैं उन तीन भारतीय बल्लेबाजों पर, जिन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी डेब्यू पर शतक लगाने का कारनामा किया है।3. शिखर धवनचैंपियंस ट्रॉफी 2013 इंग्लैंड में आयोजित हुई, तब भारतीय टीम युवा जोश और आत्मविश्वास से भरी हुई थी। टूर्नामेंट के इतिहास में अपने पहले ही मैच में भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन ने बरदस्त शतक जड़ा। धवन ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 12 चौके और 1 छक्का लगते हुए 114 रनों की पारी खेली थी। मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 331/7 का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में दक्षिण अफ्रीका की टीम 305 रनों पर ऑल आउट हो गई थी। धवन को उनकी शानदार बल्लेबाजी प्रदर्शन की बदौलत प्लेयर ऑफ द मैच भी चुना गया था।2. मोहम्मद कैफमोहम्मद कैफ ने चैंपियंस ट्रॉफी में अपना पहला मैच साल 2002 में जिम्बाब्वे के खिलाफ खेला था, जिसमें नाबाद 111* रनों की पारी खेली थी। इस पारी ने भारत को 14 रनों से जीत दिलाई थी, जिसके लिए कैफ को मैन ऑफ द मैच भी चुना गया था। मैच में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 288/6 का स्कोर खड़ा किया था, जिसके जवाब में जिम्बाब्वे की टीम 274/8 के स्कोर तक ही पहुंच सकी थी। यह चैंपियंस ट्रॉफी 2002 भारतीय क्रिकेट के लिए बेहद खास भी साबित हुई थी, क्योंकि टीम ने श्रीलंका के साथ संयुक्त विजेता बनने का गौरव हासिल किया था।1. सचिन तेंदुलकर1998 चैंपियंस ट्रॉफी (जो उस समय आईसीसी नॉकआउट टूर्नामेंट के रूप में खेली जाती थी) में भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने डेब्यू मैच में ही तूफानी शतक जड़ दिया था। उन्होंने पहले मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 13 चौके और 3 छक्के की मदद से 141 रनों की शानदार पारी खेली थी। उस मुकाबले में भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 307/8 का स्कोर बनाया था, जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलिया की टीम 263 रनों पर सिमट गई थी। इस तरह भारत ने 44 रनों से जीत हासिल की थी और तेंदुलकर को मैन ऑफ द मैच चुना गया था।