Sitanshu Kotak Explains Karun Nair Omission Reason: इंग्लैंड के खिलाफ मैनचेस्टर टेस्ट के लिए भारत ने अहम फैसला लिया और बल्लेबाज करुण नायर को ड्रॉप कर दिया। करुण की जगह साई सुदर्शन को प्लेइंग 11 में जगह मिली, जिन्होंने लीड्स में अपने करियर की शुरुआत की थी। दाएं हाथ के बल्लेबाज को पहले तीन मैचों में मौका दिया गया था लेकिन वह कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। हालांकि, फिर चौथे टेस्ट से पहले भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने करुण का समर्थन करने की बात कही थी लेकिन जब चौथे मैच के लिए टॉस के दौरान टीम की जानकारी दी गई तो बताया गया कि करुण की जगह साई को मौका मिला है। ऐसे में अब भारतीय बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने इस फैसले के पीछे की वजह बताई है।दरअसल, चौथे टेस्ट मैच की पूर्व संध्या पर प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान शुभमन गिल ने करुण नायर का बचाव किया था और कहा था कि उन्होंने बड़ा स्कोर ना बना पाने के बावजूद अच्छी बल्लेबाजी की है। गिल ने कहा था कि हमने उनसे (नायर) बात की है। हमें लगता है कि करुण अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हैं। पहले मैच में, वह अपने नंबर पर नहीं खेले थे। जब कोई खिलाड़ी इस तरह की सीरीज़ में वापसी कर रहा हो, तो यह मुश्किल होता है, लेकिन मुझे नहीं लगता कि उनकी बल्लेबाजी में कोई समस्या है। वह अच्छी बैटिंग कर रहे हैं और यह बस क्लिक करने के जरूरत है।सितांशु कोटक ने करुण नायर को प्लेइंग 11 में ना शामिल करने के पीछे बताई ये वजहमैनचेस्टर टेस्ट के चौथे दिन के खेल के बाद, प्रेस कॉन्फ्रेंस में आए सितांशु कोटक से करुण नायर को ड्रॉप करने के बारे में पूछा गया। इस पर कोटक ने जवाब दिया:"चयन का मामला जाहिर तौर पर गौतम और कप्तान पर है। गिल ने कहा कि हम नायर का समर्थन करेंगे। इसका मतलब है कि इस सीरीज में उन्होंने जिस तरह से बल्लेबाजी की है, उन्होंने बुरा प्रदर्शन नहीं किया है। उनकी शुरुआत हर बार अच्छी होती है। अब कभी-कभी, अगर टीम प्रबंधन को लगता है कि इस समय, शायद चौथे टेस्ट में, उन पर दबाव हो सकता है और अगर हम बदलाव कर सकते हैं, तो हम करते हैं। इसका मतलब यह नहीं है कि टीम प्रबंधन उनका समर्थन नहीं करेगा।"आपको बता दें कि इंग्लैंड के खिलाफ मौजूदा सीरीज के तीन मैचों की छह पारियों में करुण नायर ने 131 रन बनाए हैं। इस दौरान उन्होंने कुछ मैचों में अच्छी शुरुआत की लेकिन फिर अपना विकेट गंवा दिया। उनका सर्वाधिक स्कोर 40 रन का रहा है। अब देखना होगा कि उन्हें कब प्लेइंग 11 में मौका मिलता है।