भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने बताया है कि वो और ज्यादा टी20 क्रिकेट खेलना चाहते थे। सौरव गांगुली को लगता है कि वो क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप में खुद को ढाल लेते। सौरव गांगुली अपने करियर में भारत के लिए सिर्फ वनडे और टेस्ट क्रिकेट ही खेले हैं। हालांकि सौरव गांगुली अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर टी20 क्रिकेट नहीं खेले हैं, लेकिन आईपीएल में 5 सीजन में जरूर खेलते हुए नजर आए हैं। पहले तीन सीजन वो कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा थे, तो दो सीजन वो पुणे वॉरियर्स इंडिया के लिए खेले हैं। यह भी पढ़ें: युवराज सिंह द्वारा सभी फॉर्मेट की पहली पारी में किए गए प्रदर्शन पर नजरसौरव गांगुली ने भारतीय टीम के सलामी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल के साथ बातचीत में फैंस द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दे रहे थे। एक फैन ने सौरव गांगुली से पूछा था कि अगर आप इस ऐरा में पैदा हुए होते, तो टी20 के हिसाब से खुद को ढाल लेते या वनडे और टेस्ट ही खेलना पसंद करते?T20 is a very important format and I would've definitely played it 😊 @SGanguly99 on #DadaOpensWithMayank https://t.co/xmjKFlo0HM pic.twitter.com/dpbq1W6y1T— BCCI (@BCCI) July 5, 2020इस सवाल के जवाब में सौरव गांगुली ने कहा "टी20 क्रिकेट काफी जरूरी है, मैंने अपने गेम में बदलाव कर लिया होता। इसमें आजादी होती है कि खुलकर खेल सकते हैं। मैं टी20 खेलना चाहता था और आईपीएल के पहले 5 सीजन में मैं खेला हूं। मुझे लगता है कि मैं टी20 क्रिकेट को काफी एंजॉय करता।"आपको बता दें कि सौरव गांगुली ने अपने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में 113 टेस्ट में 7212 और 311 वनडे मुकाबले में 11363 रन बनाए। गांगुली ने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में 38 शतक (16 टेस्ट और 22 वनडे शतक) भी लगाए हैं। सौरव गांगुली की कप्तानी में भारत ने काफी कुछ हासिल किया। 2002 नेटवेस्ट ट्रॉफी जीतना और 2003 वर्ल्ड कप के फाइनल में पहुंचना इसमें शामिल हैं। 2007 टी20 वर्ल्ड कप में सौरव गांगुली उन सीनियर प्लेयर्स में शामिल हैं, जिन्होंने पहले मेगा इवेंट से अपना नाम वापस ले लिया था। हालांकि सौरव गांगुली भारत के लिए कभी भी टी20 इंटरनेशनल नहीं खेल पाए और 2008 में उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। यह भी पढ़ें: पूर्व भारतीय खिलाड़ी आविष्कर साल्वी को पुडुचेरी का कोच बनाया गया