Virender Sehwag Statement on Rohit Sharma: मुंबई इंडियंस की टीम आईपीएल 2025 में जीत की पटरी पर लौट आई है, लेकिन टीम के स्टार बल्लेबाज रोहित शर्मा अभी भी अपनी खराब फॉर्म से जूझ रहे हैं। अब तक खेले 6 मैचों में उनके बल्ले से कोई बड़ी पारी नहीं निकली है। हिटमैन के खराब फॉर्म को देखकर पूर्व धाकड़ बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने एक बड़ा बयान दिया और कहा कि अब उनके जाने का समय आ गया है।
बता दें कि सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ हुए मैच में रोहित बतौर इम्पैक्ट प्लेयर मैदान पर उतरे थे और 16 गेंदों पर 26 रन बनाए थे। IPL के 18वें सीजन में रोहित ने अब तक खेले 6 पारियों में 82 रन बनाए हैं।
क्रिकबज पर रोहित के संदर्भ में बात करते हुए सहवाग ने कहा, 'अब उनका जाने का समय आ गया है और रिटायर होने से पहले, आप फैंस को कुछ ऐसा देना चाहेंगे जिससे वे आपको याद रखें, न कि ऐसे पल जो उन्हें यह सोचने पर मजबूर करें कि वे उसे क्यों नहीं छोड़ रहे हैं।'
इसी के साथ पंजाब किंग्स के पूर्व कप्तान सहवाग ने पिछले दस सालों में रोहित के आईपीएल आंकड़ों पर भी सवाल उठाए, उन्होंने कहा कि उनकी शुरुआती आक्रामकता आईपीएल स्तर पर टीम को जितना फायदा पहुंचाती है, उससे कहीं ज्यादा नुकसान पहुंचाती है।
उन्होंने कहा, 'अगर आप रोहित के पिछले 10 सालों के आईपीएल नंबरों को देखें तो उन्होंने सिर्फ एक बार 400 से अधिक रन बनाए हैं। इसलिए वह ऐसे खिलाड़ी नहीं हैं जो सोचते हैं कि उन्हें 500 या 700 रन बनाने की जरूरत है। अगर वह ऐसा सोचते हैं तो शायद ऐसा कर सकते हैं।"
सहवाग ने अपनी बात जारी रखते हुए आगे कहा कि जब वे भारतीय कप्तान बने, तो उन्होंने कहा कि वे ऐसा खिलाड़ी बनना चाहते हैं जो पावरप्ले का फायदा उठाना चाहता है और मौकों का फायदा उठाना चाहता है, इसलिए वे अकेले ही सारे त्याग करना चाहते थे, लेकिन वे इस तथ्य पर विचार नहीं कर रहे हैं कि आखिरकार जब वे अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रहे हैं, तो इससे आपकी विरासत को नुकसान पहुंच रहा है।
10 गेंदें एक्स्ट्रा लें लेकिन कम से कम खेलें तो सही- वीरेंद्र सहवाग
सहवाग के मुताबिक रोहित पुल शॉट को खेलने में जल्दबाजी कर रहे हैं, जिसका नुकसान उन्हें हो रहा है। इस संदर्भ में बोलते हुए भारत के पूर्व स्टार बल्लेबाज ने कहा,
"10 गेंदें अतिरिक्त लें, लेकिन कम से कम खेलें और खुद को मौका दें। वह कई बार बैक ऑफ द लेंथ गेंदों के खिलाफ पुल शॉट पर आउट हो रहे हैं। इसलिए उन्हें तय कर लेना चाहिए कि एक पारी में वह पुल शॉट बिल्कुल नहीं खेलेंगे। लेकिन उन्हें यह कौन समझाएगा? कोई तो होना चाहिए जो उन्हें नॉर्मल क्रिकेट खेलने के लिए कहे। जब मैं वहां था, तो सचिन, द्रविड़ या गांगुली मुझे नॉर्मल क्रिकेट खेलने के लिए कहते थे।"