भारतीय टीम के पूर्व खिलाड़ी युवराज सिंह ने सचिन तेंदुलकर को करियर में तमाम तरह की मदद के लिए शुक्रिया कहा है। युवराज सिंह ने कहा कि जैसा आपने मेरे लिए किया और मुझे सही राह दिखाई, वैसा मैं अन्य युवाओं के लिए करना चाहूँगा। युवराज सिंह ने सचिन तेंदुलकर के साथ पहली मीटिंग के बारे में भी जिक्र किया।ट्वीट के माध्यम से युवराज सिंह ने कहा कि शुक्रिया मास्टर। जब हम पहली बार मिले थे तब मुझे लगता है कि मैंने भगवान से हाथ मिलाया था। मेरे मुश्किल चरणों में आपने मुझे गाइड किया। आपने मुझे मेरी क्षमताओं पर विश्वास करना सिखाया। मैं भी युवाओं के लिए वही भूमिका निभाऊंगा जो आपने मेरी लिए निभाई। आपके साथ और भी कई मेमोरीज की उम्मीद करता हूँ। यह भी पढ़ें:3 भारतीय ओपनर जिन्होंने वनडे क्रिकेट में दोहरा शतक जड़ा है युवराज सिंह ने फैन्स को कहा शुक्रियाअंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से युवराज सिंह के रिटायरमेंट की वर्षगाँठ बुधवार को थी। फैन्स ने ट्विटर पर मिस यू युवी नाम से ट्रेंड भी चलाया। युवराज सिंह ने फैन्स को कहा कि इस दिन को विशेष बनाने और यादगार बनाने के लिए धन्यवाद। आप मेरे मुश्किल समय में काफी सपोर्टिव रहे हैं। आपके प्यार के लिए मुझे कुछ स्पेशल करना चाहिए था।Thank u Master. When we 1st met, I felt I have shaken hands with god. U’ve guided me in my toughest phases. U taught me to believe in my abilities. I’ll play the same role for youngsters that you played for me. Looking 4wd to many more wonderful memories with you🙌🏻 https://t.co/YNVLMAxYMg— Yuvraj Singh (@YUVSTRONG12) June 10, 2020गौरतलब है कि युवराज सिंह ने करियर में लम्बे समय तक सचिन तेंदुलकर के साथ क्रिकेट खेला है। उन्हें मालूम है कि मुश्किल समय में युवा खिलाड़ी को सपोर्ट करने से क्या परिणाम निकलकर आते हैं। सचिन तेंदुलकर और युवराज सिंह ने मिलकर 2011 वर्ल्ड कप में भी शानदार प्रदर्शन किया था। युवराज सिंह को अक्सर सचिन के पाँव छूते हुए देखा जाता रहा है। यह उनके लिए एक सम्मान है जो यह युवा कई बार दर्शा चुका है।युवराज सिंह ने भारतीय टीम को टी20 और वनडे विश्वकप में जीत दिलाने के लिए अपनी अहम भूमिका निभाई। उन्होंने टी20 विश्वकप में अपनी कुछ धाकड़ पारियों की बदौलत टीम को फाइनल में पहुँचाया। इसके अलावा वनडे विश्वकप में उन्होंने ऑल राउंड प्रदर्शन करते हुए कैंसर जैसी धातक बीमारी के बाद भी टीम के लिए खेलना जारी रखा और ट्रॉफी जीतने के बाद इलाज के लिए गए।