Yuvraj Singh not want his son to be cricketer: युवराज सिंह क्रिकेट जगत का एक बड़ा नाम हैं। देश-विदेश में उनके नाम की गूंज आज भी सुनाई पड़ती हैं। युवराज सिंह ने भारत को एक नहीं बल्कि दो-दो वर्ल्ड कप जिताने में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने भारतीय क्रिकेट को बहुत कुछ दिया। वो अभिषेक शर्मा और शुभमन गिल जैसे युवा क्रिकेटर्स के मेंटर भी हैं, लेकिन युवराज अपने बेटे के लिए वैसी सोच नहीं रखते है, वो नहीं चाहते हैं कि उनका बेटा क्रिकेट की दुनिया में आए।
अपने बेटे के लिए उनकी सोच बिल्कुल अलग है, जिस तरह का व्यवहार उनके पिता ने किया वो अपने बेटे के साथ नहीं करना चाहते हैं। इन सब चीजों के बारे में उन्होंने एक हालिया इंटरव्यू में चर्चा की। आपको विस्तार से बताते हैं।
मैं नहीं चाहता मेरा बेटा क्रिकेटर बने- युवराज सिंह
युवराज सिंह ने हाल ही में गुरुग्राम में अपना एक रेस्टोरेंट खोला है, जिसका नाम कोका है। इसी बीच कर्ली टेल्स के इंटरव्यू में युवराज सिंह ने अपने रेस्टोरेंट के बारे में बात करते हुए अपने बेटे के प्रति अपनी भावानाएं जाहिर की, उन्होंने बताया कि उनके बेटे को क्रिकेट पसंद है, लेकिन वह नहीं चाहते कि ओरियन क्रिकेटर बने। लेकिन अगर वह क्रिकेटर बनना चाहता है तो यह उसकी खुद की च्वाइस है मैं किसी प्रकार दवाब देकर उसे क्रिकेट में नहीं उतारूंगा। युवराज सिंह के बेटे ओरियन का जन्म 2022 में हुआ। वह फिलहाल केवल तीन साल के हैं।
मैं अपने बेटे का कोच नहीं, पिता बनना चाहता हूं
इंटरव्यू में युवराज सिंह अपनी परवरिश को याद करते हुए कहते हैं कि युवराज सिंह ने अपने मेरे पिता सख्त थे, कभी-कभी कठोर भी, लेकिन मुझे समझ में आ गया कि वे मेरे माध्यम से अपने सपने का पीछा कर रहे थे। ऐसे क्षण भी थे जब मुझे इसकी सराहना नहीं थी, लेकिन मेरा मानना है कि कभी-कभी ऐसी चीजें करना जो आपको पसंद नहीं होती हैं, आपको यह पता लगाने में मदद करती हैं कि आप वास्तव में क्या चाहते हैं। मुझे क्रिकेट के प्रति बहुत पुश किया गया था, यही कारण है कि मैं 18 साल की उम्र में भारतीय टीम में जगह बना पाया।
अपने पिता योगराज के साथ अपने रिश्ते के विपरीत अपने बेटे ओरियन के साथ अपने बंधन के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि मेरे और मेरे पिता के बीच रिश्ता सिर्फ क्रिकेट का था, सब कुछ क्रिकेट के इर्द-गिर्द घूमता था। लेकिन मैं अपने बच्चों का कोच नहीं बनना चाहता मैं बस उनका पिता बनना चाहता हूं। मैं अपने बेटे के साथ वो सब करने की कोशिश करता हूं जो मैं अपने पिता के साथ करने से चूक गया।