PKL 2022 में पिछले सीजन की रनर अप और तीन बार की पूर्व चैंपियन पटना पाइरेट्स (Patna Pirates) का प्रदर्शन उतना खास नहीं रहा जैसा उनसे उम्मीद की जा रही थी। उन्होंने इस सीजन में अभी तक 18 मुकाबलों में से सिर्फ सात मैच जीते हैं और अंक तालिका में भी टीम काफी ज्यादा नीचे हैं। पटना पाइरेट्स अभी भी प्ले-ऑफ की दौड़ में शामिल हैं और उनके लिए आने वाले मैच लगभग डू और डाई ही होने वाले हैं। टीम के कप्तान नीरज कुमार ने Sportskeeda के साथ खास बातचीत की और इस दौरान कई मुद्दों पर बात की। इस सीजन की शुरुआत में पटना पाइरेट्स को पहली जीत का लंबा इंतजार करना पड़ा और इसके बाद टीम ने लय हासिल की। हालांकि पिछले कुछ मैचों में टीम ने मोमेंटम खो दिया है और काफी करीबी मुकाबले हारे हैं। पटना पाइरेट्स के प्रदर्शन को लेकर नीरज कुमार ने कहा, "उतार-चढ़ाव तो लगा रहता है और यह सभी टीमों के साथ हो रहा है। कोई भी टीम किसी को भी हरा सकती है। मौजूदा समय में 3-4 टीमें संघर्ष कर रही हैं और मैच में थोड़ी गलती हो ही जाती है। यह गलती नहीं होती, तो इस समय टॉप पर होते। मैं परफॉर्मेंस को डाउन तो नहीं कहूंगा, लेकिन किस्मत हमारी खराब चल रही है कि हम आखिरी 5 मिनट में आकर हार रहे हैं। मैच में जब लीड हासिल कर लेते हैं, तो खिलाड़ी थोड़ा रिलेक्स हो जाते हैं और एक-दो पॉइंट चले जाते हैं। खिलाड़ी थोड़ी ढ़ील देते हैं और उन्हें लगता है हम जीत जाएंगे। हालांकि मैच को आसान समझने के चक्कर में मोमेंटम टूटता है और अंत में दबाव हमारे ऊपर ही आ रहा है। View this post on Instagram Instagram Postइस समय पटना पाइरेट्स की रेडिंग का पूरा भार सचिन तंवर और रोहित गुलिया के ऊपर आया हुआ है। साथ ही टीम की रणनीति डू और डाई रेड पर खेलने पर रही है। इसकी प्रमुख वजह यह भी है कि उनके पास थर्ड रेडर नहीं है और वो 5-2 के कॉम्बिनेशन से खेल रहे हैं। थर्ड रेडर की बात करते हुए कप्तान ने कहा, "हमें तीसरे रेडर की जरुरत तो है, लेकिन हम थर्ड रेडर की जगह ऑल-राउंडर को खिला रहे हैं। मोनू रेडिंग से ज्यादा डिफेंस में अच्छा कर रहे हैं। हमें ज्यादा थर्ड रेडर की जरुरत नहीं पड़ी है और कई टीमें हमें देखकर ही 5-2 के कॉम्बिनेशन से खेल रही हैं। इससे मैच में ज्यादा फर्क नहीं पड़ा है, लेकिन कई बार मैच में ऐसे हालात बन जाते हैं कि तीसरे रेडर से फायदा हो सकता है। हालांकि हमने मोनू को मौका दिया और उन्होंने लगातार अच्छा किया।"नीरज कुमार ने आगे जोड़ते हुए कहा, "हम मुख्य तौर पर दो रेडर्स के साथ खेल रहे थे, क्योंकि हमें डिफेंस पर पूरा भरोसा था। बीच में हमारा डिफेंस काफी ज्यादा अच्छा कर रहा था और इसी वजह से हम डू और डाई रेड पर खेल पा रहे थे। इसके अलावा सभी टीम हर खिलाड़ी के लिए रणनीति बनाकर आती हैं। आने वाले मैचों में अलग रणनीति बनाकर खेल सकते हैं।"PKL 2022 में प्ले-ऑफ में पहुंचने के लिए आने वाले मैच काफी ज्यादा अहम भले ही पिछले कुछ मुकाबले पटना पाइरेट्स के लिए इतने अच्छे नहीं रहे हैं, लेकिन टीम अभी भी अंतिम 6 में जगह बना सकती है। पटना पाइरेट्स को गुजरात जायंट्स के खिलाफ होने वाले मैच से पहले रेस्ट का अच्छा मौका मिला है और आने वाले मैचों में भी उन्हें काफी समय मिल रहा है। नीरज कुमार को भी लगता है कि रिकवरी का टाइम मिलने से काफी फायदा होता है और इससे आने वाले मैचों के लिए रणनीति भी बेहतर तरीके से बनाई जा सकती है। View this post on Instagram Instagram Postतीन बार की पूर्व चैंपियन का स्कोर डिफरेंस काफी ज्यादा खराब है और बाद में यह टीम के खिलाफ जा सकता है। हालांकि नीरज का मानना है कि अगर वो अपने बचे हुए मैच जीतते हैं तो स्कोर डिफरेंस का महत्व इतना नहीं रहेगा। उन्होंने कहा, "हम अगर अपने बचे हुए चारों मैच जीत जाते हैं, तो प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं। 3-4 टीमें इस समय बराबरी पर चल रही हैं और ऐसी स्थिति में स्कोर डिफरेंस काफी अहम हो जाता है। हम अगर अपने मैच जीतेंगे, तो स्कोर डिफरेंस के इतने मायने नहीं रहेंगे। रेडर और डिफेंडर अपना काम अच्छे से करते हैं, तो हमारे लिए इतना मुश्किल नहीं होगा।