Pro Kabaddi 2023: प्रो कबड्डी लीग (PKL 10) के 10वें सीजन का ऑक्शन कुछ ही हफ्तों की दूरी पर है और टीमों ने हाल ही में अपनी रिटेंशन लिस्ट जारी की है। टीमों ने कई स्टार खिलाड़ियों को रिलीज़ किया और कुछ को रिटेन भी किया है। रिलीज किए गए खिलाड़ियों में कई चौंकाने वाले प्लेयर्स के नाम शामिल हैं और इस आर्टिकल में हम उन 3 खिलाड़ियों के बारे में आपको बताने वाले हैं, जिन्हें रिटेन ना करके टीम ने बड़ी गलती की है।#) PKL 10 के लिए विजय मलिक को रिलीज़ कर Dabang Delhi ने बड़ी गलती की View this post on Instagram Instagram Postविजय मलिक PKL के पिछले कुछ सीजन से दबंग दिल्ली का अहम हिस्सा रहे हैं। वो सीजन 7 में फाइनल खेलने वाली टीम का हिस्सा थे और इसके बाद सीजन 8 में वो चैंपियन बनने वाली टीम का भी हिस्सा थे। इस बीच सीजन 9 में भी कुछ समय इंजरी के कारण बाहर रहने के बाद जब उन्होंने वापसी की, तो अपना पूरा योगदान रेडिंग और डिफेंस के जरिए दिया। वो नवीन कुमार का अच्छा साथ दे रहे थे और इसी वजह से उन्हें Pro Kabaddi 2023 के लिए रिलीज करने का फैसला बड़ी गलती दिखाई दे रहा है। अब दिल्ली को नवीन के सपोर्टिंग रेडर को ढूंढ़ने की जिम्मदारी होने वाली है। #)बंगाल वॉरियर्स ने अपने कप्तान रहे मनिंदर सिंह को रिलीज़ किया View this post on Instagram Instagram Postमनिंदर सिंह PKL में लगातार पिछले कुछ सीजन से बंगाल वॉरियर्स के लिए खेल रहे थे। इस बीच सातवें सीजन में उनकी कप्तानी में टीम ने खिताबी जीत भी दर्ज की थी। हालांकि Pro Kabaddi 2023 के लिए उन्हें टीम ने रिटेन ना करने का फैसला लिया है। इसका एक बड़ा कारण ये भी हो सकता है कि उनके अंडर बंगाल पिछले साल अंक तालिका में नीचे से दूसरे स्थान पर रही थी। हालांकि मनिंदर के निजी प्रदर्शन की बात की जाए, तो उन्होंने 238 रेड पॉइंट्स हासिल किए थे।। इसमें उन्होंने 14 सुपर 10 और 11 सुपर रेड भी लगाई थी। इसी वजह से बंगाल द्वारा मनिंदर सिंह को रिलीज करना बहुत बड़ी गलती दिखाई दे रही है। #)जयपुर पिंक पैंथर्स ने राहुल चौधरी को रिटेन नहीं किया है View this post on Instagram Instagram Postराहुल चौधरी PKL इतिहास के सबसे सफल खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन सीजन 9 में जब जयपुर पिंक पैंथर्स ने उन्हें केवल 10 लाख रुपए में खरीदा तो सब चौंक उठे थे। हालांकि उन्होंने पिछले साल केवल 71 रेड पॉइंट्स हासिल किए थे, लेकिन एक सपोर्टिंग रेडर के तौर पर उन्होंने जबरदस्त काम करते हुए अर्जुन देशवाल का अच्छा साथ दिया था। इसी वजह से जयपुर की टीम एक बार फिर राहुल के ऊपर विश्वास जता सकती थी और उन्हें अपने साथ बनाए रख सकती थी।