PKL 9: प्रो कबड्डी लीग (Pro Kabaddi League, PKL) के नौवें सीजन की नीलामी हाल ही में समाप्त हुई है। पिछले सीजन की उपविजेता पटना पाइरेट्स (Patna Pirates) ने अपनी टीम में कई बदलाव किए हैं। टीम के कप्तान प्रशांत कुमार राय समेत कई अनुभवी खिलाड़ियों को रिटेन नहीं किया गया था। हालांकि, सचिन (Sachin) को वापस लाया गया है। पिछले सीजन सचिन टीम के सबसे सफल रेडर रहे थे। पटना ने अपनी मजबूत डिफेंस को बनाए रखा है।पटना ने पिछला सीजन पहले स्थान पर रहते हुए फिनिश किया था, लेकिन फाइनल में उन्हें दबंग दिल्ली के खिलाफ एक प्वाइंट से हार झेलना पड़ा था। लीग की सबसे सफल टीम पटना नौवें सीजन में अपना दबदबा बनाने की कोशिश करेगी। पटना पाइरेट्स ने अभी तक PKL का खिताब तीन (सीजन 3, 4 और 5) बार जीता है। Pro Kabaddi League, PKL के 9वें सीजन के लिए क्या है पटना पाइरेट्स की टीम?Patna Pirates@PatnaPiratesOur 𝕽𝖆𝖎𝖉𝖊𝖗𝖘 are always raid-y🤩...#PatnaPirates #PiratePanti #PirateHamla #GardaUdaDenge #VivoProKabaddi1125Our 𝕽𝖆𝖎𝖉𝖊𝖗𝖘 are always raid-y🤩...#PatnaPirates #PiratePanti #PirateHamla #GardaUdaDenge #VivoProKabaddi https://t.co/u4unOIrHvWरेडर्स: आनंद सुरेन्द्र तोमर, सचिन, सुशील गुलिया, विश्वास एस, अनुज कुमार, मोनू, रंजीत वेंकटरमना नाईक और रोहित।ऑलराउंडर्स: अब्दुल, डेनियल ओमोंडी, रोहित गुलिया, सागर कुमार, साजिन चंद्रशेखर और मोहम्मदरेजा शादलू चियाने।डिफेंडर्स: शिवम चौधरी, सुनील, मनीष, नवीन शर्मा, नीरज कुमार और थियागाराजन युवराज।PKL 9 में पटना के इन खिलाड़ियों पर रहेंगी सबकी नजरमोहम्मदरेजा शादलू ने पिछले सीजन सबसे अधिक टैकल प्वाइंट्स लिए थे। उनके दमदार प्रदर्शन को देखते हुए पटना ने उन्हें रिटेन किया है। शादलू लेफ्ट कॉर्नर पर बहुत ही जबरदस्त खेलते हैं और पटना को उम्मीद होगी कि इस सीजन भी वह अच्छा प्रदर्शन करें। शादलू पर फैंस की निगाहें भी रहने वाली हैं क्योंकि हर कोई देखना चाहेगा कि उनके पास कितनी निरंतरता है।इसके अलावा सचिन के ऊपर भी निगाहें रहेंगी क्योंकि वह टीम के मेन रेडर रहने वाले हैं। सचिन को FBM कार्ड के जरिए टीम में वापस लाया गया है और एक बार फिर उनसे बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद होगी। पटना का डिफेंस जरूर एक बार फिर काफी ज्यादा मजबूत नजर आ रहा है, लेकिन रेडिंग विभाग पिछले सीजन की तुलना में थोड़ा कमजोर दिखाई दे रहा है। इसी वजह से सचिन और रोहित गुलिया जैसे खिलाड़ियों को अतिरिक्त जिम्मेदारी उठानी होगी, जिससे युवा प्लेयर्स पर दबाव ना आएं। हालांकि पटना पाइरेट्स को इस सीजन खिताब जीतना है, तो उसके लिए उनका डिफेंस ही एक बार फिर तुरुप का इक्का होने वाला है।