Anti-Sex Beds in Olympics : पेरिस में ओलंपिक के आगाज में अब कुछ ही घंटे शेष रह गए हैं। 24 जुलाई से इवेंट्स की शुरुआत हो जाएगी, जबकि उद्घाटन समारोह 26 जुलाई को होगा। इस दौरान एंटी सेक्स बेड्स को लेकर काफी ज्यादा चर्चा हो रही है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पेरिस ओलंपिक में हिस्सा लेने वाले सभी खिलाड़ियों को 'एंटी सेक्स' बेड मिलेंगे। इसके अलावा सभी खिलाड़ियों को 'अल्ट्रा लाइट बेड' दिए जाएंगे।टोक्यो ओलंपिक 2020 के दौरान भी इस बेड का प्रयोग किया गया था। साल 2021 में अमेरिकी ट्रैक और फील्ड एथलीट पॉल चेलिमो ने सोशल मीडिया के जरिए इस बेड के बारे में जानकारी दी थी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था कि ये बेड सिर्फ एक ही इंसान के वजन को झेल सकता है और इसी वजह से इस बेड का उद्देश्य ओलंपिक के दौरान एथलीट्स के बीच सेक्स को रोकना है। इसी वजह से इसे 'एंटी सेक्स बेड' भी कहा जाने लगा था। हालांकि कुछ ही देर बाद इस दावे को खारिज कर दिया गया।आयरिश जिमनास्ट ने 'एंटी सेक्स बेड' के दावे को बताया गलतआयरिश जिमनास्ट राइस मैक्लेनाघन ने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह बेड पर कूद-कूदकर बता रहे थे कि यह बेड वाकई में काफी मजबूत है और सिर्फ एक इंसान का वजन झेल पाने वाली बात गलत है। उन्होंने इसका पूरा वीडियो अपने इंस्टाग्राम पर शेयर किया। आप भी देखिए वो वीडियो। View this post on Instagram Instagram Postइसके अलावा कई और एथलीट्स ने भी ओलंपिक में मिलने वाले बेड्स का वीडियो शेयर किया। इसमें देखा गया कि भारी अभ्यास के बावजूद बेड टिके रहे। इस वीडियो को आप यहां पर देख सकते हैं। View this post on Instagram Instagram Post View this post on Instagram Instagram Postकुछ रिपोर्ट में ये भी दावा किया गया है कि इस तरह के हल्के बेड को इसलिए बनाया गया है ताकि इनका दोबारा इस्तेमाल हो सके। वहीं इन बेड्स से पर्यावरण को भी काफी कम नुकसान पहुंचता है।आपको बता दें कि फ्रांस में 100 साल बाद ओलंपिक हो रहे हैं। वहीं पेरिस अब लंदन के बाद तीसरी बार ओलंपिक होस्ट करने वाला दूसरा शहर है। इससे पहले सिर्फ लंदन ने तीन बार ओलंपिक की मेजबानी की है। इसी वजह से तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी गई है।