Manu Bhaker Retreat ceremony at Attari: ओलंपिक खेलों में शूटिंग में दो कांस्य पदक जीतने वाली मनु भाकर इन दिनों अपने खेल से दूर अपनी छुट्टियां एंजॉय कर रही हैं। वहीं कल शाम मनु भाकर अमृतसर के अटारी में वाघा बॉर्डर पर रिट्रीट सेरेमनी में शामिल हुईं। इस कार्यक्रम के दौरान उन्होंने समारोह में भाग लेने वाले बीएसएफ जवानों की सराहना भी की। बीएसएफ अधिकारियों ने उनका अभिवादन किया। जहां उन्हें डॉ. अतुल फुलजेले, आईपीएस और वरिष्ठ बीएसएफ अधिकारियों ने सम्मानित किया। इस बेहतरीन निशानेबाज ने ना केवल प्रतिष्ठित रिट्रीट सेरेमनी देखी, बल्कि जवानों के साथ समय भी बिताया। इस दौरान मनु ने अपना पंजाब आने का अनुभव शेयर किया और देश के युवाओं को संदेश भी दिया।सभी को एक बार पंजाब जरूर आना चाहिए- मनु भाकरवहीं परेड सेरेमनी के बाद मनु भाकर से पत्रकारों ने कुछ सवाल किए कि आपको पंजाब आकर कैसा लग रहा है, तो मनु भाकर ने कहा, “मैं पहली बार पंजाब आई हूं और मैंने अमृतसर में वाघा बॉर्डर के बारे में बहुत कुछ सुना था, जहां भारत-पाकिस्तान की सीमा मिलती है। यहां आने का मेरा अनुभव बहुत अच्छा है। मैं हर किसी को कहूंगी कि यहां जरूर आएं। यहां की हवा माहौल बहुत ताजगी देता है मतलब ऐसा लगता है कि कुछ भी कर गुजरने का जज्बा है।"इसी कड़ी में उनसे पूछा गया कि आप पहली बार पंजाब आई वो भी इतना बड़ा फेस बनकर, परेड में तो लोगों की नजर आपसे हट ही नहीं रही थी तो आप उस पर क्या कहना चाहेंगी। इस पर मनु ने हंसकर कहा कि मेरी नजरें तो जवानों के ऊपर से हट ही नहीं रही थीं। जब मैं यहां आई तो मुझे लग रहा था कि इतनी भीड़ है क्या कैसे, लेकिन जैसे ही परेड शुरू हुई मैं बस उसी को देखती रही, जवानों का राइफल चलाने का तरीका, परेड का तरीका वास्तव में यह मेरे लिए बहुत अच्छा एक्सपीरियंस था।नशे से दूर रहने का दिया संदेशउस दौरान मनु से पूछा गया कि आजकल लड़कों के साथ- साथ लड़कियां भी ड्रग लेनी लगी हैं आप इस पर क्या कहना चाहेंगी। मनु भाकर ने इसके जवाब में कहा कि कहां ड्रग के चक्कर में पड़े हैं लोग, हम लोग देसी लोग, देसी खाना दूध, दही लस्सी वाले लोग हैं। मैं सभी को यही कहना चाहूंगी कि घर का खाना खाओ, एक्सरसाइज करो और अपना फेवरेट गेम खेलो बहुत स्कोप है इन सब में और सभी को एक बार यहां अटारी बॉर्डर आना चाहिए।