Paris Olympics 2024: पेरिस ओलंपिक 2024 में युवा भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन मेंस सिंगल्स के सेमीफाइनल में पहुंच गए। इसी के साथ उन्होंने ओलंपिक में इतिहीस रच दिया है। लक्ष्य सेन ओलंपिक मेंस सिंगल्स के इवेंट में सेमीफाइनल तक पहुंचने वाले पहले भारतीय बने हैं। लक्ष्य ने चीनी ताइपे के चाउ टीएन-चेन को हराकर ये कारनामा किया है। बता दें, लक्ष्य सेन इस मैच में पहला सेट हार गए थे, इसके बार उन्होंने दमदार वापसी की और लगातार दो सेट जीतकर ऐतिहासिक जीत अपने नाम की। लक्ष्य ने 75 मिनट तक चले इस क्वार्टर फाइनल मुकाबले में चीनी ताइपे के चाउ टीएन-चेन को 19-21, 21-15, 21-12 से हराया। उनके लिए ओलंपिक तक का सफर बिल्कुल भी आसान नहीं रहा है। साल 2022 में उन्हें कई परेशानियों का सामना करना पड़ा था।धोखाधड़ी के आरोप से ओलंपिक तकसाल 2022 में लक्ष्‍य सेन के खिलाफ बेंगलुरु में एफआईआर दर्ज की गई थी। उन पर अपनी उम्र में हेराफेरी करने का आरोप लगा था। एफआईआर में उनकी अकादमी के कोच विमल कुमार, पिता धीरेंद्र सेन, मां निर्मला और भाई चिराग का नाम शामिल था। चिराग भी बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। लक्ष्य ने उसी साल बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। जिसके बाद राष्ट्रपति भवन में अर्जुन अवॉर्ड से सम्‍मानित भी किया गया था। लेकिन फिर लक्ष्‍य सेन विवादों में आ गए थे। View this post on Instagram Instagram Postलक्ष्‍य सेन पर आरोप लगा था कि विमल ने 2010 में जन्म-प्रमाण पत्र बनाने के लिए लक्ष्य के माता-पिता के साथ सांठगांठ की थी। उस समय ये खबरें सामने आईं थी कि लक्ष्य की उम्र 24 साल है, जो भारतीय बैडमिंटन संघ में दर्ज जन्म तारीख (16 अगस्त 2001) से तीन साल अधिक है। बड़े भाई चिराग को 26 साल का बताया गया है, जबकि उनकी उम्र 24 साल (22 जुलाई, 1998) है।बैडमिंटन से परिवार का पुराना नातालक्ष्य सेन का जन्म 16 अगस्त 2001 को हुआ था। उनके दादा जी सीएल सेन जिला परिसद में नौकरी करते थे। दादा ने सिविल सर्विसेस में राष्ट्रीय स्तर की बैडमिंटन प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया था। जबकि पिता डीके सेन भी वर्तमान में कोच हैं। उनके भाई चिराग सेन भी इंटरनेशनल लेवल पर बैडमिंटन भी खेल चुके हैं। लक्ष्य ने पिता की देखरेख में महज 4 साल की उम्र से स्टेडियम जाना शुरू कर दिया था। लक्ष्य सेन ने अपने छोटे से करियर में काफी नाम कमा लिया है। लक्ष्य सेन नेशनल लेवल पर कई जूनियर चैंपियनशिप अपने नाम कर चुके हैं। वह महज 15 साल के थे, तब वह अंडर-19 चैंपियन बने थे। इसके अलावा लक्ष्य 2016 में एशियाई जूनियर चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था। इसके बाद उन्होंने साल 2017 में BWF लेवल के India International Series और The Eurasian Bulgarian Open जीतकर काफी सुर्खियां बटोरीं थी। इसके अलावा वह वर्ल्ड चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल भी जीत चुके हैं।