Why Harry Brook should be banned from IPL: इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) का 18वां सीजन 22 मार्च से शुरू हो रहा है। सीजन शुरू होने में अब अधिक समय बचा नहीं है तो ऐसे में सभी टीमें अपनी तैयारियों को अंतिम रूप देने की कोशिश में लगी हुई हैं। अब तक चैंपियंस ट्रॉफी चल रही थी जिसकी वजह से बहुत सारे खिलाड़ी अपनी फ्रेंचाइजी के साथ नहीं जुड़ पाए थे। हालांकि अब सभी खिलाड़ी अपनी-अपनी फ्रेंचाइजी के साथ जुड़कर सीजन की तैयारी में लगेंगे। इस बीच इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज हैरी ब्रूक ने IPL से एक बार फिर अपना नाम वापस ले लिया है। यह पहला मौका नहीं है जब ब्रूक सीजन शुरू होने से पहले ही अपनी फ्रेंचाइजी से पीछा छुड़ाकर भागे हैं। एक नजर डालते हैं उन तीन कारणों पर जो बताते हैं क्यों ब्रूक पर IPL खेलने से दो साल का बैन लगाया जाना चाहिए।#3 सभी फ्रेंचाइजी को मिलेगी राहतअक्सर ऐसा देखने को मिलता है कि विदेशी खिलाड़ी नीलामी में तो अपना नाम दे देते हैं लेकिन जब उन्हें खेलने के लिए आना होता है तो वह बहाने करके अपना नाम वापस ले लेते हैं। ऐसे में फ्रेंचाइजी को बड़ा झटका लगता है। फ्रेंचाइजी नीलामी में काफी रणनीति बनाकर खिलाड़ियों को खरीदती है। जब खिलाड़ी सीजन शुरू होने से ठीक पहले अपना नाम वापस लेता है तो फ्रेंचाइजी की सारी रणनीतियां खराब हो जाती हैं। ऐसे में अगर खिलाड़ियों पर बैन लगना शुरू होगा तो सभी फ्रेंचाइजी इससे राहत महसूस करेंगे।#2 खिलाड़ियों को कड़ा संदेशसीजन से पहले अचानक अपनी फ्रेंचाइजी को इस तरह का झटका देकर खिलाड़ी तो आराम से निकल जाते हैं लेकिन इसका असर फ्रेंचाइजी पर पड़ता है। अगर ब्रूक पर बैन लगाया जाता है तो इससे अन्य खिलाड़ियों को एक कड़ा संदेश जाएगा और आने वाले समय में कोई भी खिलाड़ी इस तरह अपना नाम वापस लेने से पहले कई बार सोचेंगे। अब समय आ गया है यह खिलाड़ियों को कड़ा संदेश भेजा जाए।#1 BCCI के नियम का पालनखिलाड़ियों के इस तरह अचानक नाम वापस लेने को लेकर सभी फ्रेंचाइज़ी काफी परेशान थीं जिसको लेकर उन्होंने BCCI से बातचीत भी की थी। नए सीजन की मेगा नीलामी से पहले IPL का एक बड़ा नियम सामने आया था जिसमें यह कहा गया था कि जो भी खिलाड़ी चोट या स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के अलावा किसी अन्य कारण से अपना नाम नीलामी में बिकने के बाद वापस लेगा उसे दो साल के लिए बैन किया जाएगा। ऐसे में BCCI को अपने इस नए नियम का सख्ती से पालन करना चाहिए।