भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर युवराज सिंह ने खुलासा किया है कि वो अच्छे आईपीएल सीजन के बाद संन्यास लेना चाहते थे। युवराज सिंह का 2018 आईपीएल सीजन किंग्स XI पंजाब के साथ अच्छा नहीं रहा था, जिसके बाद टीम ने उन्हें रिलीज कर दिया था। Checkout the teaser of our exclusive interview with @YUVSTRONG12 👇 pic.twitter.com/LYUevfUxha— Sportskeeda (@Sportskeeda) July 25, 2020युवराज सिंह को 2019 आईपीएल में मुंबई इंडियंस ने खरीदा था और उन्होंने पहले ही मैच में दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ बेहतरीन अर्धशतकीय पारी भी खेली। हालांकि जल्द ही उन्हें टीम से ड्रॉप कर दिया गया। यह भी पढ़ें: युवराज सिंह की 3 ऐसी पारियां जिन्हें फैंस कभी नहीं भूल सकतेआईपीएल 2019 को लेकर युवराज सिंह ने स्पोर्ट्सकीड़ा के खास शो फ्री हिट में कहा, "2018 आईपीएल मेरे लिए अच्छा नहीं रहा था, तो मैंने सोचा था 2019 वाला सीजन मेरा आखिरी आईपीएल होगा। मैंने शानदार तरीके से संन्यास लेना चाहता था। मैं अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट के बारे में नहीं सोच रहा था, क्योंकि अंबाती रायडू 4 नंबर पर काफी अच्छा कर रहे थे। इसी वजह से मैंने आगे बढ़ना का फैसला लिया और करियर को खत्म करने के लिए अच्छे आईपीएल के बारे में सोच रहा था। मैंने शुरुआत अच्छी की, लेकिन चीजें उम्मीद के मुताबिक नहीं गई। टीम में युवा खिलाड़ी थे, जोकि काफी अच्छा कर रहे थे।"युवराज सिंह ने 2019 में लिया था अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास भारत के लिए 400 से ज्यादा मैच खेलने वाले युवराज सिंह ने 10 जून 2019 को अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास का ऐलान किया था। हालांकि संन्यास के बाद उन्होंने विदेशों में होने वाली लीग में खेलना जारी रखा। वो कनाडा में हुए टी20 टूर्नामेंट में खेले, इसके अलावा यूएई में हुई टी10 लीग में भी खेले थे। Yuvraj Singh Full Interview | Episode 3 | Sportskeeda Free Hithttps://t.co/Xu8ZyR2fBn#yuvrajsingh— Sportskeeda (@Sportskeeda) July 26, 2020युवराज सिंह ने साफ किया कि वो सिर्फ खुश रहना चाहते हैं और ज्यादा दबाव नहीं लेना चाहते। उनका कहना उन्होंने 400 से ज्यादा मुकाबले खेले और उन्हें लगा कि उनका समय आ गया है। इसी वजह से उन्होंने संन्यास का ऐलान किया। आपको बता दें कि युवराज सिंह 2000 अंडर 19 वर्ल्ड कप और 2011 वर्ल्ड कप में प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट रहे थे। इसके अलावा 2007 टी20 वर्ल्ड कप में उन्होंने 6 गेंदों में 6 छक्के लगाए थे। भले ही उन्हें शानदार विदाई का मौका नहीं मिला, लेकिन युवराज सिंह के भारतीय टीम में योगदान को कभी भी नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। यह भी पढ़ें: 5 मौके जब युवराज सिंह ने मुश्किल परिस्थितियों में शानदार पारी खेली