ICC New Rules: इन दिनों भारत में आईपीएल के 18वें सीजन का रोमांच जारी है, जिसमें भारत के अलावा विश्व के तमाम के खिलाड़ी भी हिस्सा ले रहे हैं। इसी बीच क्रिकेट फैंस के लिए एक बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल, इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल यानी आईसीसी वनडे फॉर्मेट में दो नई गेंद के इस्तेमाल वाले नियम को बदलने को लेकर विचार कर रही है। इस नियम के बदलने से गेंदबाजों को रिवर्स स्विंग करवाने में मदद मिलेगी। इसके अलावा अंडर-19 क्रिकेट वर्ल्ड कप को टी20 फॉर्मेट में आयोजित करवाने पर भी विचार किया जा रहा है।
दो नई गेंदों के साथ शुरुआत कर सकती है गेंदबाजी करने वाली टीम
क्रिकबज की रिपोर्ट की मानें, तो वनडे में दूसरी नई गेंद को चरणबद्ध तरीके से खत्म करने का आईसीसी की क्रिकेट समिति की सिफारिश माना जा रहा है। गेंदबाजी टीम दो नई गेंदों के साथ शुरुआत कर सकती है, लेकिन 25 ओवरों के बाद वो इन दोनों में से किसी एक ही गेंद को इस्तेमाल कर सकती है। उसे दोनों में से अपनी पसंदीदा गेंद चुनने का अधिकार होगा। क्रिकेट जगत के कई दिग्गज वनडे में दो गेंद के इस्तेमाल वाले नियम की आलोचना कर चुके हैं। इसमें सचिन तेंदुलकर का नाम भी शामिल है।
क्यों हुई थी दो नई गेंद वाले नियम की शुरुआत?
सौरव गांगुली की अध्यक्षता वाली क्रिकेट समिति ने अपना होमवर्क कर लिया है। पहले सफेद गेंद अक्सर 35वें ओवर तक खराब हो जाती थी या उसका रंग उड़ जाता था, जिससे अंपायरों को पारी के बीच में ही उसे बदलना पड़ता था। प्रस्तावित नए नियम के अनुसार, 50 ओवर फेंके जाने तक इस्तेमाल की जाने वाली गेंद अधिकतम 37-38 ओवर पुरानी होगी। वर्तमान में विकेट के दोनों छोर से एक साथ दो गेंदें चलाई जा रही हैं, जिसका मतलब है कि प्रत्येक गेंद 25 ओवर तक टिकेगी। जिम्बाब्वे में चल रही आईसीसी बैठकों के दौरान इस सिफारिश पर चर्चा होने की उम्मीद है।
इसी के साथ टेस्ट क्रिकेट में एक दिन में पूरे 90 ओवर कराने के लिए इस फॉर्मेट में भी हर ओवर के बीच क्लॉक का इस्तेमाल किया जा सकता है। वनडे फॉर्मेट में पहले से इसका इस्तेमाल होता आ रहा है, जिसका फायदा भी हुआ है।
वहीं, आईसीसी अंडर-19 वर्ल्ड कप को टी20 फॉर्मेट में आयोजित करवाने पर विचार कर रही है। हालांकि, एक वर्ग इस बात पर अड़ा है कि ये टूर्नामेंट वनडे फॉर्मेट में ही खेला जाना चाहिए। हालांकि, ये बदलाव अगर होते भी हैं तो ये 2028 के बाद शुरू होंगे।