श्रीलंका के पूर्व बल्लेबाज और मुंबई इंडियंस (MI) के पूर्व कोच महेला जयवर्धने (Mahela Jayawardene) ने फ्रेंचाइजी के नए हेड कोच नियुक्त किये दक्षिण अफ्रीका के मार्क बाउचर (Mark Boucher) की जमकर प्रशंसा की है। बाउचर को पांच बार की विजेता टीम का आगामी सीजन के लिए कोच नियुक्त किया गया है। वह काफी समय से दक्षिण अफ्रीका के हेड कोच के तौर पर कार्य कर रहे थे लेकिन आईपीएल में कोचिंग करने के लिए उन्होंने राष्ट्रीय टीम की जिम्मेदारी को त्याग दिया।मुंबई इंडियंस के लिए कई सीजन महेला जयवर्धने ने हेड कोच की भूमिका निभाई थी लेकिन उन्हें फ्रेंचाइजी का ग्लोबल हेड ऑफ़ परफॉरमेंस नियुक्त कर दिया गया, परिणामस्वरूप हेड कोच का पद खाली हो गया था, जो अब बाउचर संभालेंगे।दक्षिण अफ्रीका के साथ मार्क बाउचर का बतौर कोच आखिरी असाइनमेंट टी20 वर्ल्ड कप होगा। इसके बाद वह बतौर कोच राष्ट्रीय टीम के साथ नजर नहीं आएंगे।जयवर्धने का मानना है कि हेड कोच के पद के लिए मार्क बाउचर सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति हैं और वह आईपीएल में मुंबई इंडियंस को और ऊंचाइयों तक ले जाएंगे। मुंबई इंडियंस के द्वारा ट्विटर पर शेयर किये गए वीडियो में उन्होंने कहा,मार्क, वह एक रोमांचक कोच हैं, जिस तरह से उन्होंने पिछले दो वर्षों में दक्षिण अफ्रीका के सफेद गेंद वाले क्रिकेट को बदल दिया है। वह शानदार रहे हैं और वह ऐसे व्यक्ति भी हैं हैं जिसे हमने महसूस किया कि अलग तरह से सोचते हैं और मुंबई इंडियंस के लिए बहुत सकारात्मक तरीके से योगदान देंगे।जयवर्धने ने आगे कहा,विशेष रूप से तब जब हमारे पास खिलाड़ियों का एक समूह है जो हमारे पास कौशल सेट के साथ है। फिर हमारे पास एक युवा समूह भी आ रहा है, इसलिए इस परिवर्तन को हमें प्रबंधित करने की आवश्यकता है। हमें लगता है कि मार्क उसके लिए सर्वश्रेष्ठ व्यक्ति होने जा रहे हैं।Mumbai Indians@mipaltan"He's an exciting coach & thinks differently." 🧠Mahela shares his views on the appointment of Mark Boucher 🤝#OneFamily #DilKholKe #MumbaiIndians @MahelaJay @markb46 MI TV1236103"He's an exciting coach & thinks differently." 🧠Mahela shares his views on the appointment of Mark Boucher 🤝#OneFamily #DilKholKe #MumbaiIndians @MahelaJay @markb46 MI TV https://t.co/N6V848Ycmpआईपीएल 2022 में मुंबई इंडियंस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। टीम को शुरूआती मैचों में लगातार हार मिली थी और कई शर्मनाक रिकॉर्ड भी दर्ज हुए। पांच बार की विजेता टीम प्लेऑफ के पहले ही बाहर हो गई थी।