रविचंद्रन अश्विन ने भी अब मांकडिंग आउट पर अपना रुख साफ़ किया है। रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि गेंदबाज को भी फ्री बॉल देना चाहिए। जब बल्लेबाजी में रोमांच के लिए फ्री हिट दिया जा सकता है, तो गेंदबाजी में भी होना चाहिए। फ्री बॉल पर बल्लेबाज आउट होता है, तो पांच रन बल्लेबाजी वाली टीम के काटे जाने चाहिए। रविचंद्रन अश्विन ने मांकडिंग आउट हो गलत नहीं माना।अपने ट्विटर हैंडल से दिनेश कार्तिक की बात का जवाब देते हुए अश्विन ने एक ट्वीट किया। दिनेश कार्तिक ने कहा था कि नियम के अंतर्गत इस तरह रन आउट को खेल भावना या वीनू मांकड़ के नाम से नहीं जोड़ना चाहिए। इसके बाद रविचंद्रन अश्विन ने कहा कि गेंदबाजों को भी फ्री बॉल जैसा मौका देना चाहिए। जब रोमांच के लिए फ्री हिट है तो फ्री बॉल भी होनी चाहिए। आजकल हर कोई यह सोचकर मैच देखता है कि गेंदबाजों की पिटाई होगी।यह भी पढ़ें: आईपीएल में चेन्नई सुपरकिंग्स की ओर से 3 तूफानी अर्धशतकरविचंद्रन अश्विन ने किया था मांकडिंगपिछले आईपीएल सीजन में किंग्स इलेवन पंजाब की तरफ से खेलते हुए रविचंद्रन अश्विन ने राजस्थानरॉयल्स के जोस बटलर को मांकडिंग आउट किया था। बटलर तेजी से रन बना रहे थे और नॉन स्ट्राइक छोर पर खड़े होते समय गेंद डालने से पहले भाग रहे थे। अश्विन ने गिल्लियां बिखेरकर उन्हें वापस पवेलियन की राह दिखा दी। मामला तीसरे अम्पायर के पास भी गया था लेकिन नियमों के अंतर्गत एक गेंदबाज इस तरह बल्लेबाज को आउट कर सकता है।Make it a free ball for the bowler. If the batsmen gets out of that ball, the batting team will be docked 5 runs. Free hit adds to the drama for a batter, let’s give a chance to the bowlers too. As of now everyone watches the game hoping that ‘the bowlers will get smacked today’ https://t.co/BxX8IsMgvF— Ashwin 🇮🇳 (@ashwinravi99) August 24, 2020अश्विन के इस कदम की कुछ लोगों ने आलोचना की और कुछ लोगों ने नियम के अन्दर किया गया सही काम बताया। खेल भावना से जोड़कर अश्विन को गलत बताने वाले भी काफी लोग थे। क्रिकेट जगत से भी रविचंद्रन अश्विन के खिलाफ कई बयान आए। इस बार रविचंद्रन अश्विन दिल्ली कैपिटल्स के साथ है और इस टीम में मेंटर रिकी पोंटिंग हैं। पोंटिंग ने पहले ही कहा है कि मैं ऐसे नहीं करने दूंगा। इसके अलावा दिनेश कार्तिक ने भी कहा कि मेरी टीम में इस तरह नहीं करने दूंगा। इस तरह बल्लेबाज को रन आउट करने को खेल भावना से जोड़कर देखा जा रहा है जबकि नियमों में यह आउट है तो खेल भावना की बात समझ से बाहर दिखाई देती है।