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शाहिद अफरीदी (Shahid Afridi): A Brief Biography
पूरा नाम: साहिबजादा मोहम्मद शाहिद खान अफरीदी
जन्म
1 मार्च,1980
कद
1.82
राष्ट्रीयता
पाकिस्तानी
भूमिका
आल राउंडर/सीधी हाथ के बल्लेबाज अथवा राइट आर्म लेग स्पिनर
रिश्ता
जावेद आफरीदी (भाई) , नादिया आफरीदी (पत्नी)
शाहिद अफरीदी की जीवनी
शाहिद अफरीदी को को उनके आक्रमक बल्लेबाजी के वजह से बूम-बूम अफरीदी के नाम से भी लोग जानते हैं । अफरीदी पाकिस्तानी क्रिकेटर होने के साथ अपनी राष्ट्रीय टीम की कप्तानी भी कर चुके हैं । अफरीदी का जन्म पाकिस्तान के आदिवासी इलाके खैबर में हुआ था। अफरीदी को लोग बाएं हाथ के बल्लेबाज के साथ एक आलराउंडर के रूप में भी लोग जानते हैं । बता दें कि आफरीदी के नाम सबसे तेज सेंचुरी मारने का भी अनोखा रिकॅार्ड उनके नाम है । जिसे बाद में साउथ अफ्रीका के पूर्व बल्लेबाज एबी डिविलीयर्स ने तोड़ा था । अफरीदी के नाम वनडे इंटरनेशनल में आज तक सबसे ज्यादा छक्का मारने का भी रिकॅार्ड है ।
पिछला जीवन
शाहीद अफरीदी ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में आगाज 1996-97 में बतौर लेग स्पिनर समीर कप में किया था । इटरनेशनल क्रिकेट के शुरूआती दिनों में अफरीदी न कई बार नंबर-3 पर भी बल्लेबाजी कर चुके हैं । बतौर खिलाड़ी अफरीदी दुनिया भर के कई क्लब के लिए पेशेवर लीग में खेल चुके हैं । जिसमें आईपीएल की डक्कन चार्जर्स से लेकर विश्व भर के कई क्लब शामिल हैं ।
कब हुआ था आगाज
शाहीद अफरीदी ने अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में आगाज 2 अक्टूबर 1996 में केन्या के खिलाफ किया था । हालांकि उन्हें अपने पहले मुकाबले में बल्लेबाजी करने को नहीं मिली थी । साथ ही वो इस दौरान गेंद से भी कुछ खास नहीं कर पाए थे ।
अफरीदी को बतौर बल्लेबाज डेब्यू करने का मौका श्रीलंका के खिलाफ । वहीं पाकिस्तान के इस क्रिकेटर को टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका 22 अक्टूबर 1998 को आस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज के तीसरे मैच में मिला था ।
आफरीदी ने टी-20 क्रिकेट में आगाज 28 अगस्त 2006 को इंग्लैंड के खिलाफ किया था । पाकिस्तान का ये क्रिकेटर क्लब के साथ अपनी राष्ट्रीय टीम में भी निरंतर खेलते हुआ देखा गया था । अफरीदी ने 2000 से अपने क्रिकेटिंग करियर के दौरान बल्ले और गेंद से लगातर विश्व क्रिकेट में कई कीर्तिमान स्थापित किए ङैं ।
बादशाहत का सफर
शाहीद अफरीदी का अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में आगाज काफी शानदार रहा । अफरीदी जब 16 साल 217 दिन के थी । तभी उन्हें पहली बार अपने देश के लिए खेलने का मौका मिला था । श्रीलंका के खिलाफ बतौर बल्लेबाज डेब्यू करते हुए अफरीदी ने श्रीलंका के खिलाफ शतकीय पारी खेली थी । जहां पर उन्होंने 37 गेंदों पर ही 100 रन ठोक डाले थे ।
टेस्ट डेब्यू के 2 साल बाद ही अफरीदी ने अपना नाम 5 विकेट हॅाल में शामिल कर लिया था । उन्होंने ये कारानाम आस्ट्रेलिया के खिलाफ किया था । वहीं भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में अफरीदी के नाम पहला शतक है और उसी मैच में उन्होंने 3 विकेट अपने नाम किए थे । अफरीदी का टेस्ट करियर भारत के खिलाफ खेलते-खेलते चर्चा का विषय बन गया । अफरीदी ऐसे क्रिकेटर हैं जिनके नाम पहले टी-20 विश्वकप में मैन आफ द सीरीज के पुरस्कार से नवाजा गया था । वहीं 2009 में पाकिस्तान क्रिकेट ने टी-20 विश्वकप अपने नाम किया था । जिसमें अफरीदी ने अहम भूमिका निभाई थी ।
करियर में गिरावट
21 नवंबर 2005 के दौरान अफरीदी पर पिच को खराब करने के चक्कर में प्रतिबंध लगा दिया गया था । वहीं 2007 विश्व कप के दौरान अफरीदी ने एक प्रशंसक पर बल्ला फेंक मारा था । बूम-बूम के बारे में एक बात खास है कि वो अपने करियर के दौरान कई बार संन्यास लेकर अपनी राष्ट्रीय टीम में वापसी कर चुके हैं । 2010 में उन्होंने एक बार फिर अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी । 2007 आफरीदी के करियर का सबसे बुरा साल था ।
कब मिली कप्तानी?
शाहीद अफरीदी को 2009 के दौरान पहली बार पाकिस्तान टीम की कमान सौंपी गई थी । जब युनूस खान ने क्रिकेट को अलविदा कह दिया था । जिसके बाद में टी-20 फॅार्मेट का पर्मानेंट कप्तान बना दिया गया था ।
2010 के दौरान अफरीदी को वनडे टीम की कप्तान सौंपी गई थी । बतौर कप्तान उनका पहला असाइनमेंट एशिया कप था । जहां पर उन्होंने सबसे ज्यादा रन बनाए थे । जिसमें दो शतक भी शामिल है । 25 मई 2010 के दौरान अफरीदी को क्रिकेट के सभी प्रारूपों में पाकिस्तान टीम की कमान सौंप दी गई थी ।
कब लिया रिटायरमेंट
2010 के दौरान शाहीद अफरीदी ने टेस्ट क्रिकेट से रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी । वहीं 2015 विश्व कप के दौरान अफरीदी ने वनडे क्रिकेट को अलविदा कह दिया था । 2017 के दौरान अफरीदी ने क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास ले लिया ।